
जयपुर में सिगड़ी बनी फिर जानलेवा, दो लोगों की हुई मौत, 10 दिन में जा चुकी है चार जानें
अविनाश बाकोलिया / जयपुर। सर्दी से बचने के लिए दो मजदूर रविवार रात को कमरे में सिगड़ी जलाकर सो गए। सोमवार सुबह जब कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो साथी मजदूरों ने आवाज लगाई। अंदर से जवाब नहीं आया तो साथियों ने दरवाजा खोलकर देखा तो दोनों मजदूर मृत अवस्था में मिले। साथी मजदूरों ने फोन कर मुहाना थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना का पता चलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। बड़ी संख्या में मजदूर एकत्र हो गए। सूचना पर पहुंची मुहाना थाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए। इस सीजन में अब तक सिगड़ी से हुआ दूसरा हादसा है। पिछले दस दिनों में जयपुर में चार लोगों की ऐसे जान जा चुकी हैं।
थानाधिकारी हीरा लाल सैनी ने बताया कि मुहाना मंडी में दुकान नंबर बी-40 फल की दुकान है। टोंक के नगर फोर्ट निवासी लोकेश (28) और महावीर (22) मंडी में मजदूरी करते हैं। दुकानों के ऊपर कमरे बने हुए हैं, जहां मजदूर रात को वहीं सो जाते थे। रविवार रात को दोनों मजदूर दुकान के ऊपर बने कमरे में सो रहे थे। सर्दी ज्यादा होने से दोनों रात 9.30 बजे सीढिय़ों के नीचे बनी कोठड़ी में सोने आ गए।
दोनों ने बाहर रखी सिगड़ी को कोठड़ी में लिया और सिगड़ी जलाकर सो गए। ऊपर सो रहे अन्य मजदूर नीचे आए और उन्होंने कोठड़ी का दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो मजदूरों ने दरवाजा खोला। अंदर दोनों मजूदर मृत मिले। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया दोनों की मौत दम घुटने से हुई है। कमरे में वेंटीलेशन नहीं होने से कार्बनडाइ ऑक्साइड फैल गई। जिससे दोनों का दम घुट गया।
दस दिन पहले भी हुआ था हादसा
गौरतलब है कि 19 दिसंबर को चाकसू बाइपास पर एक होटल में कार्य करने वाला रामदयाल मौची निवासी गांव बंबोरी (टोंक) पत्नी ऐजन व बेटे निखिल के साथ गांव दयापुरा में किराए के मकान में रह रहा था। रात सर्दी से बचने के लिए तीनों बंद कमरे में सिगड़ी जलाकर सो गए। सुबह साढ़े आठ बजे रामदयाल उठा तो पत्नी व बेटा मृत अवस्था में मिले।
Published on:
30 Dec 2019 02:50 pm
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