
जयपुर। प्रदेश में 17 दिसंबर 2018 को गहलोत सरकार के गठन के साथ ही सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधियों और ब्यूरोक्रेसी के बीच टकराव के मामले लगातार सामने आते रहे हैं। बीते 4 साल में तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जब गहलोत सरकार के मंत्रियों, विधायकों का सीधे-सीधे नौकरशाहों से टकराव हुआ है और इसी टकराव के चलते तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा नौकरशाहों के तबादले भी अब तक हो चुके हैं।
मंत्री विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधों का नौकरशाहों से टकराव साल 2022 में भी जारी रहा है। इस साल मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, अशोक चांदना, विधायक गिरिराज मलिंगा, भरत सिंह, संयम लोढ़ा, गणेश घोगरा, राजेंद्र बिधूड़ी , जोगिंदर अवाना, दिव्या मदेरणा का भी ब्यूरोक्रेसी के साथ टकराव हो चुका है। जनप्रतिनिधियों से टकराव के चलते नौकरशाहों के तबादले होते रहे हैं। यही वजह है कि कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी तो डेपुटेशन पर दिल्ली चले गए हैं।
भरने को लेकर विवाद बढ़ा वहीं हाल ही में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी के बीच नौकरशाहों की एसीआर भरने को लेकर विवाद हो चुका है। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, राजेंद्र गुढ़ा और कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा कई बार नौकरशाहों पर लगाम लगाने की बात कह चुके हैं।
साल 2022 में इन जनप्रतिनिधियों का हुआ ब्यूरोक्रेसी से टकराव
प्रताप सिंह खाचरियावासः-
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी के बीच नौकरशाहों की एसीआर भरने को लेकर विवाद हो चुका है। दोनों मंत्रियों के बीच इस मामले को लेकर खूब बयानबाजी हुई थी। बाद में प्रताप सिंह खाचरिय़ावास ने सुलह कर ली थी।
गिर्राज सिंह मलिंगा-
इसी साल एक सरकारी कर्मचारी से मारपीट के मामले में फंसे कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने तत्कालीन डीजीपी एमएल लाठर पर जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
राजेंद्र बिधूड़ी-
बेगूं से कांग्रेस विधायक राजेंद्र बिधूड़ी ने भी एसएचओ को धमकी देकर नौकरशाहों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
गणेश घोगरा-
डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोगरा ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था बाद में एसडीएम का तबादला हो गया था।
जोगिंदर अवाना-
पूर्व में जोगिंदर अवाना ने भी सार्वजनिक निर्माण विभाग के अफसरों पर सड़क निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे।
संयम लोढ़ा-
मुख्यमंत्री के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा भी लगातार ट्वीट करके नौकर शाहों पर जमकर आरोप लगा चुके हैं।संयम लोढ़ा ने पू्र्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य पर भी कई बार सवाल खड़े किए थे।
धीरज गुर्जर-
बीज निगम के चेयरमैन और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने भी नौकरशाहों को निशाने पर लिया था और कहा था कि नौकरशाह किसी सरकार के नहीं होते, वे सत्ता के और खुद के होते हैं। कुर्सी बचाने के लिए विपक्ष से दीपक से हाथ मिला लेते हैं।
दिव्या मदेरणा
कांग्रेस की तर्ज तरार विधायक दिव्या मदेरणा ने भी इस गहलोत गुट के साथ-साथ नौकरशाहों को भी अपने तीखे तेवर दिखाए थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ-साथ दिव्या मदेरणा ने नौकरशाहों की कार्यशैली को लेकर भी सवाल खड़े किए थे।
Published on:
31 Dec 2022 01:54 pm
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