फ्यूचर के लिए स्किलिंगः सैप इंडिया स्थानीय उद्योग/ट्रेड संगठनों और एकेडेमिक संस्थानों के साथ काम करते हुए युवा विद्यार्थियों को क्लाउड टेक्नॉलॉजी की शक्ति का फर्स्ट-हैंड व्यू प्रदान करेगा और दिखाएगा कि यह व्यवसायों को वृद्धि व विस्तार करने में किस प्रकार मदद कर सकता है।
सस्टेनेबिलिटी लानाः बस की हर किलोमीटर की यात्रा के लिए सैप इंडिया एक पौधा लगाएगा, ताकि कार्बन फुटप्रिंट को कम किया जा सके। यह बस 7000 किलोमीटर से ज्यादा दूरी का सफर तय कर एसएमई को इस बात का फर्स्ट हैंड व्यू प्रदान करेगी कि क्लाउड पर आधारित डिजिटल कोर किस प्रकार उद्यमों को ज्यादा तेजी से योजना बनाने और ढलने में मदद कर सकती है। इसमें इंटरैक्टिव प्रोडक्ट डेमो, एक वर्चुअल रियलिटी प्रदर्शनी और जानकारीयुक्त सत्र शामिल हैं।