कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। अपने ही विभाग के राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक का लोगो जारी करने के कार्यक्रम में खेलमंत्री अशोक चांदना नाराज दिखाई दिए। सीएम गहलोत के बार-बार कहने के बाद भी वो पीछे ही बैठे रहे। फिर गहलोत की लगातार मनुहार के बाद चांदना आखिरकार पहली पंक्ति में आकर बैठे। दरअसल खेल मंत्री अशोक चांदना कार्यक्रम के मंच पर पीछे की तरफ जाकर बैठे थे। इससे साफ हो गया था कि वो नाराज हैं। सीएम ने मंच पर पहुंचते ही देखा की चांदना पीछे की तरफ हैं तो उन्होंने अपने पर्सनल स्टाफ को उन्हें आगे बैठने के लिए कहा। मगर चांदना नहीं माने। इस पर पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटोसरा भी उन्हें हाथ पकड़कर आगे बैठने के लिए कहते रहे, लेकिन चांदना लगातार मना करते रहे। अंत में सीएम ने मनुहार की और कहा कि आप आगे बैठें, तब जाकर चांदना आगे बैठे। हालांकि चांदना ने कार्यक्रम में भाषण नहीं दिया जो चर्चा का विषय रहा। इससे पहले ग्रामीण ओलंपिक की मशाल रवाना करने के दौरान चांदना ने क्रीड़ा परिषद के अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई थी।
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बताया जा रहा है चांदना और क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया के बीच पिछले कुछ वक्त से विवाद चल रहा है। यही नहीं ब्यूरोक्रेसी के खिलाफ भी चांदना अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं। चांदना ने ट्वीट कर इस्तीफे की पेशकश की थी और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर निशाना साधते हुए लिखा था कि “जलालत झेलने से अच्छा है कि मेरे विभागों का चार्ज कुलदीप रांका को दे दिया जाए”। हालांकि इस ट्वीट के एक दिन बाद ही चांदना की सीएम से मुलाकात हुई और सभी गिले-शिकवे दूर हो गए।