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rajasthan assembly: जानिए किसने कहा, जहां शिक्षा कम, वहां भाजपा ज्यादा

budget session of rajasthan assembly : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में मंगलवार को विपक्ष की गैर मौजूदगी में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब दिया और केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को पता था, मैं बहुत सुनाऊंगा, इसलिए गायब है। बोले— हम 10 दिन में भर्ती निकाल 6 महीने में नियुक्ति देना चाह रहे

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cm ashok gehlot

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rajasthan budget 2022

- कहाः सीबीआई जांच की मांग भर्तियों को लटकाए रखने और सरकार को बदनाम करने का षड़यंत्र
- विपक्ष को पता था कि मैं बहुत सुनाऊंगा, इसलिए गायब हो गया

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में मंगलवार को विपक्ष की गैर मौजूदगी में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब दिया और केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को पता था, मैं बहुत सुनाऊंगा, इसलिए गायब है। गहलोत ने विपक्ष की रीट मामले की जांच सीबीआई को देने की मांग को लेकर कहा कि यह भर्तियों को लटकाए रखने और सरकार को बदनाम करने का षड़यंत्र है। हम 10 दिन में भर्ती निकाल कर 6 महीने में नियुक्ति देना चाह रहे हैं। सरकार शिक्षकों की 62 हजार नौकरियां लेकर आ रही है, ये कैसे रुकें, कुछ लोग इस प्रयास में लगे हैं। ये लोग नौकरियां रोकने का प्रयास करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे राज्यपाल के अभिभाषण की बहस के बाद जवाब देना होता है, विपक्ष बहस में शामिल हुआ नहीं, मैं किस बहस का जवाब दूं। सदन को डिस्टर्ब कर रखा है। गौरतलब है कि सदन शुरू होते ही, विपक्ष ने रीट मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर वैल में प्रदर्शन किया। शोर-शराबे के बीच प्रश्नकाल हुआ और इसके बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन कर दिया था।

साहबों का सरदार कौन, पता नहीं

गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया...इतने साहब इकट्ठे हो गए हैं। अब इन साहबों का सरदार कौन है, ये किसी को पता नहीं है।

झूठ फैलाने में माहिर, मार्केटिंग शानदार

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा वाले आलाकमान के इशारे पर नॉन इशु को इशु बना रहे हैं। इनके आलाकमान ने यहां के भाजपा नेताओं के लिए कहा है कि आप लोग तीन वर्षों में सरकार विरोधी लहर बनाने में निकम्मे साबित हुए हो। ये लोग सरकार को बदनाम करने के लिए झूठ फैलाने में माहिर हैं। इनकी बेवजह मुद्दे उठाने की मार्केटिंग इतनी शानदार है कि हंसी आती है।

दुर्घटना को बलात्कार का नाम दिया, सीबीआई से कहें

गहलोत ने कहा कि अलवर मामले में राजनीतिक लाभ उठाने के लिए भाजपा ने दुर्घटना को बलात्कार का नाम दे दिया। हमने सीबीआई जांच के लिए लिखा। दिल्ली में सरकार इनकी और यहां से 25 सांसद हैं, लेकिन इस मामले को सीबीआई क्यों नहीं ले रही? मामले की जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई ही नहीं है, फिर भी विपक्ष चिल्लाता रहा। सोचो उस परिवार पर क्या बीत रही होगी।

ये भोले लोगों को बहकाते हैं

गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा वाले भोले-भाले लोगों को बहकाती है। कोरोना में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहते रहे कि भाभीजी पापड़ खाने से कोरोना नहीं होगा और गजेंद्र सिंह शेखावत कहते हैं कि बालाजी के नारियल चढ़ाओ, तो कोरोना नहीं होगा। इस तरह की सोच वाले लोगों के कारण पता नहीं कितने लोग मारे गए। कभी ताली बजती है, कभी थाली बजती है।

जहां शिक्षा कम है, वहां भाजपा ज्यादा

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक बलवान पूनिया ने सही कहा था कि जहां शिक्षा कम है, वहां भाजपा ज्यादा है। हम विश्विद्यालय, कॉलेज, मेडिकल कॉलेड, स्कूल और अंग्रेजी स्कूल तक को खोल रहे हैं, जबकि भाजपा ने तो विश्विद्यालय तक बंद कर दिए। हम हर गांव में अंग्रेजी स्कूल खोलेंगे।