शिक्षक पेपर व उत्तर पुस्तिका देकर चले जाएंगे। इसके पीछे आयुक्तालय के अधिकारियों ने तर्क दिया है कि छात्र-छात्राओं में आत्म अनुशासन, ईमानदारी, स्वनियंत्रण बढ़ाने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है।
टाइम टेबल तय, उसी के अनुसार पढ़ाई: परीक्षा के साथ ही कॉलेजों में पढ़ाई के लिए भी प्रयोग किया गया है। जिसमें महीने की शुरुआत में ही उस महीने में पढ़ाए जाने वाले विषयों का टाइम-टेबल वेबपोर्टल पर अपलोड किया जा रही है। इस टाइम टेबल के अनुसार ही प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ाई करवाई जा रही है।
कल होगी पहली परीक्षा
प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेज में यूजी में प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। पीजी में प्रवेश की प्रकिया चल रही है। यूजी की कक्षाएं 1 जुलाई से शुरू भी हो गई थी। पहली मासिक परीक्षा 29 जुलाई को प्रदेश से 252 कॉलेजों में एक साथ आयोजित की जाएगी। परीक्षा सभी छात्र-छात्राओं को देनी आवश्यक है। परीक्षा 20 अंकों की होगी। जिसमें 11 प्रश्न पूछे जाएंगे।
हर कमरे में हम एक इन्विजीलेटर लगा सकते हैं। हमने हर विद्यार्थी को उसका इन्विजीलेटर बनाया है। ताकि बच्चे में आत्मअनुशासन सीखें। इसके साथ ही मासिक परीक्षा से छात्र के सभी विषय मजबूत हो जाएंगे।
प्रदीप कुमार बोरड़, कॉलेज शिक्षा आयुक्त