कांग्रेस ने गुजरात के प्रभारी पद पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाने वाले रघु शर्मा को जिम्मेदारी देकर सियासी संदेश भी दिया है। गौरतलब है कि गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान गहलोत प्रभारी थे। तब कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
मोदी-शाह का चलता है जलवा गुजरात में पिछले 20 साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का जलवा कायम है। ऐसे में गुजरात में शर्मा को सीधे इनसे चुनौती मिलेगी।
राजस्थान के लिए मायने गुजरात में कांग्रेस जिस तरह के हालात का सामना कर रही है, उसमें पार्टी को फुल टाइमर प्रभारी की जरूरत है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान रघु शर्मा से मंत्री पद वापस लिया जा सकता है। इससे मंत्री पद की एक सीट औऱ खाली होने से किसी अन्य विधायक को मौका मिल सकेगा। रघु सीधे तौर पर गहलोत खेमे के माने जाते हैं। ऐसे में गहलोत खेमा इसे विरोधियों के जबाब के तौर पर उपयोग करेगा।
यह है गुजरात की चुनौती
-गुजरात में अगले साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
-कई विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
-विधायकों को टूटने से बचाने की रणनीति बनाना -गत मार्च में निकाय चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद से अमित चावड़ा का इस्तीफा, फिलहाल अध्यक्ष पद खाली
-कई विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
-विधायकों को टूटने से बचाने की रणनीति बनाना -गत मार्च में निकाय चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद से अमित चावड़ा का इस्तीफा, फिलहाल अध्यक्ष पद खाली
-जिलों में बिखरा संगठन -कांग्रेस 1995 के बाद गुजरात में सरकार नहीं बनने से कार्यकर्ताओ में मायूसी -आम आदमी पार्टी भी गुजरात में उभार पर है।
दादरा नगर में 30 को चुनाव
दादरा नगर में 30 को चुनाव
शर्मा के प्रभार वाले दादरा नगर हवेली में लोकसभा उपचुनाव 30 अक्टूबर को है। शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन है। सांसद मोहन डेलकर की आत्महत्या के बाद वहां चुनाव हो रहा है।