
जयपुर। भ्रष्टाचार और कई अन्य मुद्दों को लेकर लगातार अपनी ही सरकार में आवाज बुलंद करने वाले वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने मुख्यमंत्री असोक गहलोत को ही मुख्यमंत्री पद का मोह छोड़ने की सलाह दी है। भरत सिंह ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री गहलोत मुख्यमंत्री पद का मोह छोड़ने और युवाओं को आगे बढ़ाने की बात कहेंगे तो सरकार राजस्थान में रिपीट हो जाएगी।
भरत सिंह ने बुधवार को कांग्रेस वॉर रूम के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि कहा कि अगर मेरे इस सुझाव पर चलेंगे तो सरकार रिपीट होगी, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अगर खुले मंच पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहें कि मैं मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं हूं, नए युवाओं को आगे करो तो कल ही नतीजा मिल जाएगा ,लेकिन सत्ता को मोह छूटता नहीं है, सत्ता के मोह का नशा शराब के नशे से भी ज्यादा होता है।
भरत सिंह ने कहा कि मैं चाहता हूं कि चुनाव में अब युवाओं को आगे दिए आने दिया जाए, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपने बेटे को आगे करें, विधायक बनाएं लेकिन नए लोगों को आगे आने दें।
भाजपा में होता तो मक्खी की तरह फेंक दिया जाता
वरिष्ठ विधायक भरत सिंह ने कांग्रेस पार्टी की तारीफ करते हुए कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि जो बात भाजपा विधायकों को करनी चाहिए वो मुझे करनी पड़ रही है। भाजपा में किसी मैं भी बोलने का दम ही नहीं है। हम कांग्रेस में होकर भी साहस करते हैं अपनी बात रखते हैं और यह कांग्रेस पार्टी ही है जो सुनती भी है ,अगर भाजपा होती तो मुझे मक्खी की तरह निकाल कर अब तक फेंक दिया गया होता। सुनने की ताकत कांग्रेस पार्टी में है भाजपा में नहीं है।
कई बार भ्रष्टाचार के मामले उठा चुके हैं भरत सिंह
सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह कई बार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर चुके हैं। कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया से भी उनकी अदावत है, उनके खिलाफ जांच की मांग को लेकर कई बार मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र भी लिख चुके हैं।
Published on:
07 Jun 2023 09:46 pm
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