
ashok gehlot
जयपुर। कांग्रेस शासित पंजाब में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक को लेकर सियासत तेज हो गई है। पंजाब सरकार और कांग्रेस पार्टी भाजपा के निशाने पर है। भाजपा के केंद्रीय नेताओं से लेकर राजस्थान के नेताओं ने भी इस मामले में पंजाब सरकार और कांग्रेस पार्टी की कड़ी निंदा की है तो वहीं अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस मामले में कांग्रेस का पक्ष रखेंगे।
इधर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर देर रात अपना बयान जारी करते हुए एसपीजी को जिम्मेदार ठहराया था। वहीं आज अपरान्ह 3:30 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी का पक्ष रखने के लिए पीसीसी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पार्टी का पक्ष रखेंगे।
इससे पहले देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होना एक गंभीर मामला है। पूर्व में भारत के 2 प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है, जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी को दी गई है।
पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसपीजी एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि पीएम के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी और आईबी की होती है तो राज्य की पुलिस एसपीजी के निर्देशों एवं सलाह का पालन करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है।
एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को 2 घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई? पंजाब के सीएम ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूर्व में जानकारी दे दी गई थी तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी। यह गंभीर मुद्दा है जिस पर राजनीति करने की बजाए एसपीजी और अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। भाजपा इस मुद्दे पर कांग्रेस और पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करके मुद्दे की गंभीरता को कम कर रही है।
Published on:
06 Jan 2022 10:39 am
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