
झुंझुनूं। मणिपुर में दो साथी जवानों की हत्या के बाद खुद आत्महत्या करने वाले सीआरपीएफ के जवान संजय कुमार के अंतिम संस्कार में विवाद खड़ा हो गया। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बिगोदना गांव में शव पहुंचने के बाद परिजन व ग्रामीण सैन्य सम्मान दिए जाने की मांग पर अड़ गए। सूचना पर विधायक, एसएचओ मौके पर पहुंचे। समझाइश के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
मणिपुर के एक कैंप में गुरुवार रात साथियों पर फायरिंग कर खुद को भी गोली मारने वाला सीआरपीएफ का हवलदार संजय कुमार शिल्ला पिलानी तहसील के बिगोदना गांव का रहने वाला है। उसका शव शनिवार सुबह सड़क मार्ग से उसे पैतृक गांव बिगोदना लाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
संजय सीआरपीएफ की 120वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल था। वह 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था और अभी हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत था। संजय की पोस्टिंग कंपनी में मेघालय में थी, और 5 दिन पहले ही उसे कंपनी के अन्य जवानों के साथ मणिपुर भेजा गया था। मणिपुर के इफाल वेस्ट जिले के लामफेल स्थित सीआरपीएफ कैंप में गुरुवार रात करीब 8.20 बजे संजय कुमार ने अपनी सर्विस राइफल से गोलीबारी की, जिसमें एक कांस्टेबल और एक सब-इंस्पेक्टर की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली, जिससे उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई।
Updated on:
15 Feb 2025 03:13 pm
Published on:
15 Feb 2025 02:58 pm
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