पायलट ने कहा कि प्रदेश की भाजपा शासित निकायों में भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है और आमजनता मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हो रही है। राजधानी के अनेकों इलाकों में बारिश के शुरुआत के साथ ही सड़क धंसने, कटाव लगने व जर्जर भवनों की समस्याएं सामने आ रही है, जिसके कारण जनहानि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों की लापरवाही के कारण पिछले वर्ष राजधानी में एक होनहार युवक की नाले में बहने से दर्दनाक मौत हो गई थी। भाजपा सरकार ने स्थानीय निकायों में गठित होने वाली वार्ड कमेटियों का भी गठन नहीं किया है जिनके माध्यम से पारदर्शिता व जनसहयोग सुनिश्चित हो सकता है। जिससे साफ पता चलता है कि भ्रष्टाचार पर पर्दा पड़ा रहे इसलिए सरकार इन कमेटियों के गठन के पक्ष में नहीं है।