पुलिस के अनुसार देर रात करीब 2 बजे मौलाना की हत्या कर दी गई। तीन नकाबपोश बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है। घटना के समय मस्जिद में 6 नाबालिग भी थे। बदमाशों ने इन बच्चों को धमकाते हुए कहा था कि चिल्लाए तो तुम्हें भी जान से मार देंगे। इसके बाद उन बच्चों को कमरे से बाहर निकाल दिया।
पुलिस ने बताया कि शहर के रामगंज थाना के कंचन नगर स्थित मोहम्मदी मदीना मस्जिद में मौलाना मोहम्मद माहिर (30) रहते थे। इनके साथ कुछ बच्चे भी रह रहे थे। रात करीब तीन बजे जब बच्चे चिल्लाते हुए बाहर आए तो आस-पास के लोगों को वारदात की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली।
माहौल को देखते हुए पुलिस जाप्ता किया तैनात.. मौलाना की हत्या के बाद माहौल को देखते हुए पुलिस ने यहां अतिरिक्त फोर्स को तैनात किया है। समाज के लोगों ने पुलिस से जल्द कार्रवाई कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। मौलाना के शव को जेएलएन हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। जहां आज शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। रात में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग भी मस्जिद पर पहुंच गए थे। पुलिस की ओर से समाज के लोगों से बातचीत की जा रही है। पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दे रही है।
6 महीने पहले मिली थी मुख्य मौलाना की जिम्मेदारी मौलाना माहिर करीब 7 साल पहले यहां रामपुर से आए थे। यहां रहकर बच्चों को पढ़ाते थे। इनका परिवार रामपुर में ही रहता है। यहां वो अकेले ही रहते थे। मस्जिद में मौलाना के साथ 15 बच्चे रहते थे। ईद के कारण सारे बच्चे अपने घर चले गए थे। परसों ही गांव से लौट कर बच्चे अजमेर आए। 28 अक्टूबर को मस्जिद के मुख्य मौलाना जाकिर हुसैन की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद मस्जिद के मुख्य मौलाना की जिम्मेदारी मोहम्मद माहिर को दी गई थी।