
जयपुर में हाल की घटनाओं से पता चलता है कि साइबर अपराधी खुद को बिजली बोर्ड के कर्मचारी बताकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें कहा जा रहा है कि आपका बिजली का बिल जमा नहीं हुआ है, आपकी बिजली कट सकती है। एक बार जैसे ही व्यक्ति इनके झांसे में आता है, उसके खाते से पैसे साफ हो जाते हैं।
साइबर क्राइम के अधिकारियों ने कहा कि जालसाज शुरू में अपने शिकार के फोन पर एसएमएस या व्हाट्सएप के जरिए संदेश भेजते हैं। ग्राहक को कहते हैं कि आज उसकी बिजली आपूर्ति काट दी जाएगी क्योंकि उसने उन्होंने अपने बिजली के बिल का भुगतान नहीं किया है। जो भी उनके झांसे में आता है और उनके दिए हुए लिंक पर क्लिक करता है या उनकी बताई एप्लीकेशन डाउनलोड करता है, उसके खाते से पैसे निकल जाते हैं।
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शहर में धोखेबाजों के हाथों अपना पैसा खोने के कुछ मामले पहले ही सामने आ चुके हैं। ऐसे ही एक मामले में, एक ग्राहक को मोबाइल से एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था कि आज रात आपकी बिजली काट दी जाएगी और असुविधा से बचने के लिए दिए गए नंबर पर कॉल करें। इस नंबर पर नंबर डायल करने पर एक व्यक्ति ने वापस कॉल किया और गूगल प्ले स्टोर से एक एप्लीकेशन डाउनलोड कर भुगतान करने के लिए कहा। ग्राहक ने इनकार कर दिया और समस्या के बारे में उस व्यक्ति से अधिक जानकारी मांगने की कोशिश की तो कॉल तुरंत काट दिया गया।
साइबर क्राइम के अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई उपभोक्ता लिंक डाउनलोड करता है, तो जालसाज इसका उपयोग अपने बैंक खाते के लॉगिन क्रेडेंशियल तक पहुंचने के लिए करता है और पैसे निकाल लेता है। अधिकांश लोगों को यह संदेश मिलता है: 'प्रिय उपभोक्ता, आपकी बिजली आज रात बंद कर दी जाएगी क्योंकि आपके पिछले महीने का बिल अपडेट नहीं किया गया था। बिल का भुगतान करने के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।' जब वे लिंक पर क्लिक करते हैं, तो उन्हें या तो एक टेलीकॉलर या एक वेबसाइट पर निर्देशित किया जाता है, जहां भुगतान करने के लिए उनका विवरण लिया जाता है। टेलीकॉलर अक्सर खुद को बीएसईएस का अधिकारी बताते हैं और बैंक खाते की जानकारी मांगते हैं।
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Published on:
14 Jan 2023 02:26 pm
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