Bisalpur Dam: मानसून की मेहरबानी से बीसलपुर बांध लबालब। गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू। बीसलपुर बांध का इतिहास बदला। जुलाई में पहली बार खुले गेट, सायरन बजते ही दौड़ी खुशी की लहर। 315.50 आरएल मीटर पर छलका बीसलपुर, जयपुर-अजमेर-टोंक में खुशी की बौछार।
Bisalpur Damजयपुर। आखिर इंतजार खत्म हो गया है। बीसलपुर बांध के गेट खोल दिए गए हैं। गेट खुलने से पहले सायरन बजाया गया। पूजा-अर्चना की गई। बांध के गेट खुलने की सूचना के साथ बांध की पाल पर लोगों का हुजूम उमड़ गया। बीसलपुर बांध के गेट खुलते ही खुशियां छलक उठी। बांध के गेट संख्या 10 को एक मीटर खोलकर इसकी शुरूआत की गई। 6 हजार क्यूसेक पानी प्रति सैकंड बनास में छोड रहे हैं।
बीसलपुर बांध के गेट पहली बार जुलाई में खोले गए हैं। अब तक बांध सात बार भरा है। सातों बार गेट भी खोले गए हैं। इनमें से छह बार तो अगस्त में और एक बार सितम्बर में बांध के गेट खोले गए थे। लेकिन पिछले तीस साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि बांध के गेट जुलाई में खोले जा रहे हैं। बांध के गेट गुरुवार को चार बजे बाद खोले गए।
बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। गुरुवार सुबह सात बजे तक बांध का गेज 315.47 आरएल मीटर तक जा पहुंचा था। तभी से यही उम्मीद लगाई जा रही थी कि बांध के गेट आज शाम तक या देर रात तक खुल जाएंगे। बांध का गेज जैसे ही 315.50 आरएल मीटर को छुआ तो जयपुर, अजमेर व टोंक जिले में खुशी की लहर दौड़ गई। इसके बाद से बांध के गेट खोलने की प्रक्रिया तेज कर दी।
इस बार मानसून पूरी तरह से मेहरबान रहा है। समय से एक सप्ताह पहले राजस्थान में मानसून आ गया। उम्मीद से अधिक बारिश भी हुई है। ऐसे में बीसलपुर बांध के लबालब होने की उम्मीदें भी पूरी हैं। पिछले साल की बात की जाए तो बांध के गेट छह सितम्बर को खोले गए थे। बांध के गेट अब तक सात बार खोले गए हैं। इनमें छह बार अगस्त व एक बार सितम्बर में खुले थे।