जयपुर। देव उठनी एकादशी पर 23 नवंबर को अबूझ सावा है। करीब 147 दिन बाद फिर से शहनाइयां बजेगी। राजधानी में सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे, इसे लेकर तैयारियांं तेज हो गई है। वहीं इससे पहले बुधवार को मोती डूंगरी गणेशजी को न्योतने के लिए बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंचे, इससे मंदिर के बाहर तक लाइनें लग गई।
मोती डूंगरी गणेशजी को न्योता देने के लिए लोग परिवार सहित अलसुबह ही मंदिर पहुंचे। बड़ी संख्या में लोग गणेशजी को निमंत्रण देने पहुंचे। इससे मंदिर के बाहर तक लाइनें लग गई। इस दौरान मंदिर परिसर गजानन के जयकारों से गूंज उठा। राजधानी सहित आसपास के गांव व कस्बों से भी लोग गणेशजी को निमंत्रण देने के लिए पहुंचे।
देवउठनकी एकादशी का अबूझ सावा 23 नवंबर
कार्तिक शुक्ल एकादशी पर देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी। विवाह आयोजन से जुड़े लोगों की मानें तो देवउठनी एकादशी का अबूझ सावा होने से राजधानी में 2500 से अधिक शादियां होंगी। इसे लेकर शहर के मैरिज गार्डन सजने लगे है। शहर के विवाह स्थल बुक हो चुके है। इसके अलावा होटल, रिसोर्ट्स, सामुदायिक केन्द्र भी बुक है। वहीं बैंडबाजा व घोडी आदि भी बुक हो चुकी है।