
Dholpur Chambal River: धौलपुर/जयपुर। कोटा बैराज व सहायक नदियों से लगातार आ रहे पानी के कारण चंबल नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। धौलपुर में चंबल का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। चंबल नदी पर बना पुराना पुल भी पानी में डूब चुका है। बुधवार सुबह चंबल का जलस्तर 142.20 मीटर रेकॉर्ड किया गया। यह खतरे के निशान से करीब 12 मीटर ऊपर है। दर्जनों गांव का संपर्क कट गया है। चंबल के बढ़ते हुए जलस्तर को देखते हुए एसडीआरएफ और सेना तैनात कर रखी है। सरमथुरा, धौलपुर और राजाखेड़ा क्षेत्र के करीब 80 गांवों में बाढ़ का संकट गहरा गया है। जिला कलक्टर ने बताया कि चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण जिन इलाकों में सम्पर्क मार्ग अवरुद्द हो गया है, वहीं समस्त राजकीय एवं निजी विद्यालयों में 27 अगस्त तक अवकाश घोषित किया गया है।
उधर, प्रशासनिक अमला बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरा कर ग्रामीणों से संपर्क कर रहा है। जिला कलक्टर अनिल अग्रवाल और आईजी भरतपुर गौरव श्रीवास्तव महदपुरा गांव पहुंचे। बाढ़ के हालात को देखते करीब 25 गांव खाली करा लोगों और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है।
बता दें कि मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे आगरा से सेना की एक कोर राजाखेड़ा क्षेत्र में पहुंच गई। यह टुकड़ी राजाखेड़ा में ही कैम्प करेगी और बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य का नेतृत्व करेगी।
एसडीआरएफ, सेना की टीमें अलर्ट
चंबल नदी में बढ़ते जलस्तर लेकर कलेक्टर अनिल अग्रवाल और एसपी धर्मेंद्र सिंह के साथ भरतपुर संभाग के आईजी गौरव श्रीवास्तव बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। आईजी गौरव श्रीवास्तव बुधवार सुबह बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ पहुंचे, जहां उन्होंने रेस्क्यू टीम को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा ने भी बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बाढ़ के हालातों पर चर्चा की।
Published on:
24 Aug 2022 03:06 pm
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