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आयुर्वेद, आहार और जीवनशैली में बदलाव से डायबिटीज रिवर्सल संभव, माधवबाग के कार्यक्रम में बोले विशेषज्ञ

माधवबाग की ओर से देशभर के 350 से अधिक क्लीनिकों में ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (GTT) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें एक ही समय में टाइप2 डायबिटीज के 1153 रोगियों का परीक्षण किया गया। इसमें यह दिखाया गया कि सही देखभाल के साथ मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित और रिवर्स किया जा सकता है।

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जयपुर। सही देखभाल के साथ मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित और रिवर्स किया जा सकता है। शरीर की ग्लूकोज को संसाधित करने की क्षमता का मूल्यांकन करने वाला GTT परीक्षण, मरीजों को ग्लूकोज समाधान का सेवन कराकर और समय-समय पर उनके रक्त शर्करा स्तर को चेक करके मधुमेह से लड़ा जा सकता है।

विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर माधवबाग की ओर से देशभर के 350 से अधिक क्लीनिकों में ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (GTT) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें एक ही समय में टाइप2 डायबिटीज के 1153 रोगियों का परीक्षण किया गया। इसमें यह दिखाया गया कि सही देखभाल के साथ मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित और रिवर्स किया जा सकता है।

वर्ष 2018 का खुद का रिकॉर्ड भी तोड़ा

माधवबाग के खोपोली कार्डिएक केयर अस्पताल से लाइव प्रसारित कार्यक्रम में वर्ष 2018 में उनके खुद के रिकॉर्ड को भी तोड़ा, जब उन्होंने 660 से अधिक डायबिटीज मरीजों के लिए GTT का आयोजन किया था। इस वर्ष का कार्यक्रम इस उपलब्धि का दोगुना था, जिससे मधुमेह के विषय में माधवबाग की प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई। इसमें शरीर की ग्लूकोज को संसाधित करने की क्षमता का मूल्यांकन करने वाला यह GTT परीक्षण, मरीजों को ग्लूकोज समाधान का सेवन कराकर और समय-समय पर उनके रक्त शर्करा स्तर को चेक करके किया गया। कार्यक्रम में मधुमेह से लड़ने में आयुर्वेद, व्यक्तिगत आहार और जीवनशैली में बदलावों की शक्ति को रेखांकित किया गया।

रोगियों ने सुनाईसफलता की कहानियां

लाइव इवेंट में रोगियों की सफलता की कहानियां और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के विचार शामिल रहे। इसमें अभिनेत्री किशोरी शहाणे ने निदेशक के रूप में कार्यक्रम में विचार व्यक्त किए। माधवबाग का 'मधुमेह मुक्त भारत' अभियान शुरू करने का दावा है, जिसका उद्देश्य 10 करोड़ भारतीयों तक पहुंचने और उन्हें आयुर्वेद और जीवनशैली में बदलावों से स्वस्थ जीवन की ओर मार्गदर्शन करने का है।

जीवनशैली में बदलाव और आयुर्वेदिक उपचार

कार्यक्रम में विशेषज्ञ डॉ. प्रसाद वैंगणकर (सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, पूर्व WHO राष्ट्रीय अधिकारी), डॉ. गुरुदत्त अमिन (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) और डॉ. प्रवीण घाडीगांवकर (पेशेंट इम्प्रूवमेंट हेड) ने मधुमेह प्रबंधन और रिवर्सल में जीवनशैली में बदलाव और आयुर्वेदिक उपचारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार शेयर किए।

माधवबाग के संस्थापक डॉ. रोहित साने ने कहा कि सही मार्गदर्शन और समग्र उपचार के साथ हम मधुमेह पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। हमने मधुमेह प्रबंधन और रिवर्सल में साबित किया है। मधुमेह मुक्त भारत मिशन की शुरुआत की गई है, जिसमें देशभर में 400 कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इनमें लोगों को उनके मधुमेह रिवर्सल के सफर में मार्गदर्शन दिया जाएगा।