सीधे मैदान से... कांग्रेस ने जोशी का टिकट काट चौंकाया, भाजपा ने बाबा को एंट्री दे चुनाव को रोचक बनाया
पिंकसिटी की आन-बान-शान और शहर को वैश्विक पहचान दिलाने वाले हवामहल के नाम पर बना यह विधानसभा क्षेत्र परकोटे के मध्य इलाके बड़ी चौपड़, इसके आस पास, शास्त्री नगर के कुछ हिस्से और दिल्ली रोड तक कुछ ग्रामीण क्षेत्र को कवर करता है। गत चुनाव में परकोटे की तीनों सीटें गंवाने के बाद भाजपा ने इस बार बालमुकुंदाचार्य को प्रत्याशी बनाकर मुकाबला रोचक बनाने की कोशिश की है। कांग्रेस ने भी मौजूदा सरकार में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी का टिकट काटकर पार्टी के वरिष्ठ नेता और जयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आर.आर.तिवारी पर दाव खेल चौंकाया है। ऐसे में यहां कांग्रेस के पुराने सिपाही और भाजपा के नए खिलाड़ी के बीच रोचक मुकाबला गन गया है।
भाजपा प्रत्याशी चयन को यहां हिंदू मुस्लिम मतों के ध्रुवीकरण की कोशिश से जोड़कर देखा जा रहा है। 2013 के चुनाव में यहां भाजपा के सुरेन्द्र पारीक विधायक चुने गए थे। 2018 में जोशी ने पारीक को करीब 9 हजार मतों से हराकर यह सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी। इस बार यहां 19 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं। जिनमें कांग्रेस के बागी गिरीश पारीक भी शामिल हैं। हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उनकी समझाइश में लगे हैं। आम आदमी पार्टी प्रत्याशी पप्पू कुरैशी भी मैदान में हैं। पारीक दोनों ही दलों और कुरैशी कांग्रेस प्रत्याशी के मतों को प्रभावित कर सकते हैं। क्षेत्र में इस बार 2.51 लाख मतदाता हैं।
जोशी और उनके समर्थकों की भूमिका पर सबकी निगाहें
कांग्रेस से महेश जोशी अंतिम समय तक टिकट के लिए मशक्कत करते रहे। उनके समर्थकों ने पीसीसी के बाहर प्रदर्शन और अनशन भी किए। क्षेत्र में टिकट की घोषणा के साथ ही विरोध की आशंका को देखते हुए कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा भी नामांकन की अंतिम तिथि से दो दिन पहले की गई। हालांकि आर.आर तिवारी को टिकट के संकेत पहले ही दिए जा चुके थे। अब चुनाव तक महेश जोशी और उनके समर्थकों पर सबकी नजरें हैं। तिवारी ने जोशी के घर जाकर उन्हें अपने साथ लेने की कोशिश भी की है।
नामांकन में दिखे रोचक नजारे
कांग्रेस के तिवारी ने टिकट की घोषणा से पहले ही नामांकन भी दाखिल कर दिया। भाजपा प्रत्याशी परकोटे से नामांकन रैली के दौरान हाथ में गदा लेकर निकले। अभी इस क्षेत्र में प्रचार के लिए कोई बड़ा नेता नहीं आया है।
दोनों नए चेहरे
इस बार दोनों ही दलों ने नए चेहरे मैदान में उतारे हैं। भाजपा प्रत्याशी बालमुकुंदाचार्य का नाम तो चौंकाने वाला रहा। जबकि तिवारी भी दशकों तक कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी को सेवाएं देते रहें, अब 70 वर्ष की आयु के बाद पहली बार उन्हें विधायक का चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।
2018 चुनाव में मिले मत
कांग्रेस - 85474
भाजपा : 76192
इस बार के तीन मुख्य मुद्दे
- जर्जर सीवरेज लाइन बदलवाना, अतिक्रमण, अवैध व्यावसायिक निर्माण
- परकोटे में बढ़ते यातायात के दबाव को सुचारु करना
- दिल्ली रोड के आस पास की कॉलोनियों में विकास कार्य
प्रत्याशियों के वादे तीन-तीन
भाजपा
चारदीवारी की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारा जाएगा
पुराने देवालयों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा
हिंदू पलायन रोकना, सभी धर्म के लोगों को एक साथ लेकर चलना
कांग्रेस
चारदीवारी की यातायात व्यवस्था को सुधारा जाएगा
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र का समग्र विकास करना पहली प्राथमिकता, विकास की गति को आगे बढ़ाना
सभी धर्म के लोगों को एक साथ लेकर चलना
खास बातें
इस क्षेत्र में ही शहर के प्रमुख आराध्य देव गोविंददेव मंदिर सहित कई ऐतिहासिक धरोहरें हैं
2018 की तुलना में यहां 19 हजार से अधिक मतदाता बढ़े हैं
मतदाता बोले ....
हमारा परिवार बड़ा है। 70 वोट हैं। सभी मिलकर तय करते हैं कि वोट किसे करना है। जो देश हित, राज्य हित और व्यापार हित की बात करेगा, उसी को हमार वोट जाएगा।
अनिल दोराया, व्यापारी
अमन, शांति स्थापित करने वाले प्रत्याशी को मतदान करेंगे। हवामहल विधानसभा क्षेत्र के विकास की गति को बरकरार रखना और क्षेत्र की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान करने वाले प्रत्याशी का आंकलन करेंगे।
डॉ.सत्तार खान, शास्त्री नगर
जो क्षेत्र में सफाई, सडक़ निर्माण व अन्य मूलभूत सुविधाओं पर अमल करेगा, उसको मैं वोट करूंगा। हैरिटेज सिटी को संवारने वाले को भी वोट करूंगा।
-गुलजार हुसैन, सुभाष चौक