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कम्प्यूटेशनल तकनीक की प्रगति पर किया विचार विमर्श

मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में पदार्थ विज्ञान और कम्प्यूटेशनल तकनीकों में हालिया प्रगति पर सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनका आयोजन किया गया।

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जयपुर

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Rakhi Hajela

May 30, 2022

कम्प्यूटेशनल तकनीक की प्रगति पर किया विचार विमर्श

कम्प्यूटेशनल तकनीक की प्रगति पर किया विचार विमर्श

एमयूजे में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
कम्प्यूटेशनल तकनीक की प्रगति पर किया विचार विमर्श
जयपुर, 30 मई। मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में पदार्थ विज्ञान और कम्प्यूटेशनल तकनीकों में हालिया प्रगति पर सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनका आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम का लक्ष्य प्रख्यात शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और विद्वानों को शोध-विमर्श आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ लानाए और बहुआयामी पदार्थ और कम्प्यूटेशनल तकनीकों के सभी पहलुओं पर अपने अनुभव और शोध निष्कर्ष साझा करने का है।
कार्यक्रम की शुरुआत में विज्ञान संकाय की डीन प्रो. ललिता लेडवानी ने सम्मेलन के विषय पर अपने विचार साझा किए। संयोजक प्रो.अभिजीत सिंह ने आगामी दो दिनों में होने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। रजिस्ट्रार प्रो.नीतू भटनागर ने मणिपाल समूह के गौरवशाली अतीत और भविष्य की योजनाओं को साझा किया। कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानए मोहाली के निदेशक प्रो. अमिताभ पात्रा ने कहा कि अगले तीन वर्षों में नैनो प्रौद्योगिकी का वैश्विक हिस्सा दोगुना हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का विकास विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निर्भर करता है और हमें संसाधनों के विकास की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो.जी.के.प्रभु ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के हवाले से कहा कि अंतरिक्ष सामग्री और हृदय क्रिया के लिए उपयोग की जाने वाले पदार्थ समान हैं। इसलिए पदार्थ हमारी दुनिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। धन्यवाद प्रस्ताव प्रो.राहुल श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया। उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के प्रो.अध्यक्ष प्रो.एनएन शर्मा भी मौजूद रहे। पदार्थ विज्ञान और कम्प्यूटेशनल तकनीकों के प्रमुख क्षेत्रों को कवर करते हुए कुल पांच ट्रैक चुने गए हैं, जिनके साथ आयोजन के दौरान मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियां होंगी।
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के विज्ञान संकाय का यह प्रमुख कार्यक्रम शोधकर्ताओं, चिकित्सकों और शिक्षकों के लिए एक प्रमुख अंत:विषय मंच होगा, जहां सम्मेलन विषय के अनुरूप नवीनतम नवाचारों, प्रवृत्तियों और चिंताओं के साथ.सामना की जाने वाली व्यावहारिक चुनौतियों और क्षेत्रों में अपनाए गए समाधानों को प्रस्तुत करने पर विस्तृत चर्चा होगी ।