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एसएचओ जवाब मांगने पर भड़का, तनातनी के बाद छुट्टी पर

करणी विहार थाने में मारपीट की एक खबर आला अधिकारियों को नहीं करने और पूरी दास्तान अखबारों में छपने के बाद जवाब तलबी के लिए बुलाए थानाधिकारी को बुलाना डीसीपी को महंगा पड़ा।

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raghuveer singh

Jun 04, 2016

मारपीट की खबर की जानकारी नहीं होने पर डीसीपी ने बुलाया था थानेदार को

करणी विहार थाने में मारपीट की एक खबर आला अधिकारियों को नहीं करने और पूरी दास्तान अखबारों में छपने के बाद जवाब तलबी के लिए बुलाए थानाधिकारी को बुलाना डीसीपी को महंगा पड़ा।

हालात यह रहे कि थानाधिकारी और डीसीपी में तनातनी तक बात पहुंच गई और गुस्से में निकले थानाधिकारी ने डीसीपी के खिलाफ अभद्रता का आरोप लगाकर दो पेज की रपट डाली और छुट्टी पर निकल गए। कुछ ही देर में बंद कमरे की बातचीत महकमे की सुर्खी बन गई खाकी में फैली सुगबुगाहट के बाद पुलिस कमिश्नर ने रिपोर्ट तलब की है।

जानकारी के मुताबिक करणीविहार थाना प्रभारी रोहिताश देवंदा को डीसीपी पश्चिम डॉ. राहुल जैन ने अखबारों में छपी एक खबर की जानकारी समय पर नहीं देने के लिए सुबह फोन पर बात की। सही जवाब नहीं मिला तो उनको दफ्तर आने के लिए कह दिया। करीब 10 बजे क्राइम रिव्यू की फाइलों के साथ कार्यालय पर पहुंचे थानाधिकारी को इलाके में होने वाली घटनाओं की जानकारी अधिकारियों को नहीं देने पर लताड़ लगाई। सवाल जवाब किए तो दोनों में तनातनी हो गई।

बात इतनी बढ़ गई कि दोनों के बीच अधिकारी का प्रोटोकॉल नहीं रहा। अनुशासन से बाहर निकलते देख डीसीपी ने उन्हें कमरे से बाहर निकाल दिया। इस पर थानाप्रभारी देवंदा गुस्से में थाने लौटे और रोजनामचे में दो पेज की रिपोर्ट में डीसीपी डॉ. जैन पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाते हुए लंबी छुट्टी पर चले गए। इस दौरान थाने की जिम्मेदारी एसआई श्रवण कुमार को सौंप दी गई है।

देनी होती है सूचना, लेकिन नहीं दी

पुलिस में सिस्टम है कि थाना इलाकों में होने वाली सभी घटना, वारदातों की जानकारी आला अधिकारियों को देनी होती हैं, यदि कोई बडी वारदात है या किसी बड़े अधिकारी, व्यक्ति से जुड़ी हो तो जानकारी कमिश्नर तक दी जाती है। जिससे उनकी संज्ञान में घटना रहे, लेकिन यहां गुरुवार को हुई बड़ी घटना की जानकारी किसी अधिकारी को नहीं थी। जिसमें एक इवेंट आयोजन करने वाले को कुछ लोगों ने मारपीट की और अपहरण करने की बात सामने आई। इसी बात को लेकर डीसीपी ने थानाधिकारी से नाराजगी जताई थी।

यह लिखा रोजनामचे में

थानाप्रभारी देवंदा ने रोजनामचे में लिखा है कि डीसीपी ने मेरे साथ दुव्र्यवहार किया, प्रताडि़त किया, सस्पेंड करने की धमकी भी दी। मैं काफी डिप्रेशन में हूं। इन परिस्थितियों में काम नहीं कर सकता। छुट्टियों पर जा रहा हूं।

'पर्सनल नहीं, प्रोफेशनल काम के लिए हमे तैयार किया गया है। जो काम नहीं करेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।'

- डॉ. राहुल जैन, डीसीपी वेस्ट