
धनतेरस पर विष्कुंभ योग रहेगा विशेष फलदायी
जयपुर. दीपावली पर्व कार्तिक कृष्णपक्ष त्रयोदशी यानि धनतेरस से शुरू होगा, सोमवार को आयुर्वेद के देवता धनवंतरी की जयंती मनाई जाएगी। इसी के साथ पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत भी होगी। बंशीधर पंचाग के निर्माता पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि हस्त नक्षत्र और विष्कुम्भ संयोग के साथ ही मंगल अपनी उच्च राशि मकर में और देव गुरु बृहस्पति मंगल की राशि वृश्चिक में होने से धनतेरस का पर्व विशेष फलदायी रहेगा।
धनतेरस के बाद 6 नवम्बर को रूप चतुर्दशी यानि छोटी दिवाली और 7 नवम्बर को दीपावली, 8 को गोवर्धन पूजा और 9 नवम्बर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। सोमवार को धनतेरस से लक्ष्मी पूजन महोत्सव का आगाज होगा। इस दिन आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरी की पूजा का विधान है। यम के निमित्त घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके दीपक महिलाएं दीपक जलाएगी, ताकि असामायिक मृत्यु से बचा जा सके।
धनतेरस सोमवार
खरीदारी के शुभ मुहूर्त यह खरीदें
चौघडिय़ा अमृत-सुबह 6.43 से लेकर 8.05 तक प्रॉपर्टी, सजावटी सामान
चर- दोपहर 1.32 से 2.54 तक वाहन, आभूषण, बर्तन
शुभ- सुबह 9.27 से 10.48 तक मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर
लाभ, अमृत- दोपहर 2.54 से से 5.38 तक सोने-चांदी के सिक्के, ज्वैलरी, मोबाइल वाहन
प्रदोष काल में
चर का 5.38 से 7.16 तक इलेक्ट्रॉनिक सामान, सोने-चांदी के सिक्के, बर्तन,
Published on:
04 Nov 2018 08:47 pm
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