शहर व कस्बों को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार घर-घर से कूड़ा व कचरा उठाने की योजना शुरू करने जा रही है।
इस पर आने वाले खर्च का 20 फीसदी बजट केन्द्र सरकार स्वच्छ भारत अभियान के मद से देगी। जनता से भी कचरा उठाने का शुल्क वसूला किया जाएगा। यह शुल्क 40 से 100 रुपए प्रतिमाह तक निर्धारित किया जाएगा।
योजना अगले पांच साल के लिए बनाई गई है। मार्च माह में जयपुर में प्रदेश की 184 निकाय संस्थाओं के लिए डेंटर जारी किए जाएंगे। लेकिन योजना के धरातल पर आने में कई महीने
लग सकते हैं।
निकाय संस्थाओं को पांच क्लस्टरों में बांटा
जिले की सभी निकाय संस्थाओं को अलग-अलग क्लस्टरों में बांटा गया गया है। इसमें झुंझुनूं जिले की बिसाऊ नगर पालिका को भी शामिल किया गया है।
प्रत्येक क्लस्टर में एक डंपिंग स्टेशन बनाया जाएगा। यहां पर संबंधित निकायों का कचरा एकत्र किया जाएगा।
बाद में इस कचरे को रिसाइकिल कर खाद आदि तैयार किए जाने की योजना है। चूरू जिले व झुंझुनूं की बिसाऊ नगर पालिका को मिलाकर पांच क्लस्टर बनाए गए हैं।
घर-घर रखेंगे कचरा पात्र
नगर परिषद के सहायक अभियंता नरेन्द्र चौधरी ने बताया कि कूड़ा एकत्र करने के लिए प्रत्येक घरों में सूखे व गीले कचरे के लिए अलग-अलग कूड़ेदान रखे जाएंगे। यदि लोग कचरे को निर्धारित कूड़ेदान में नहीं डालेंगे तो इसके लिए उन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
सरकार ने अच्छी योजना शुरू की है। इससे शहर व कस्बों को स्वच्छ रखा जा सकेगा। शहरों से निकलने वाले कचरे का भी उपयोग हो सकेगा।
-सांवरमल सैनी, आयुक्त, नगर परिषद
क्लस्टर में शामिल शहर व कस्बे
क्लस्टर शहर व कस्बे
चूरू चूरू, रतननगर व
बिसाऊ
सुजानगढ़ सुजानगढ़, बीदासर,
छापर
रतनगढ़ रतनगढ़, राजलदेसर
सादुलपुर सादुलपुर व तारानगर
सरदारशहर सरदारशहर
जनता से लिया जाने वाला शुल्क
- 100 वर्ग मीटर तक मकान के लिए 40 रुपए प्रतिमाह
- 100 वर्ग मी. से बड़ा हो तो 50 रुपए प्रति माह
- व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए 80 रुपए
- ढाबा, रेस्टोरेंट, बेकरी व होटल आदि के लिए 100 रुपए