
नोएडा में 29 दिंसबर 2025 को कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच रेंगते वाहन। (Photo: IANS)
Cold Wave: नए साल (New Year 2026) की शुरुआत कड़ाके की ठंड से होगी, क्योंकि इस बार एक जनवरी पिछले 20 सालों की तुलना में औसत से ज्यादा ठंडी रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने नए साल के पहले सप्ताह में बारिश, बर्फबारी, घने कोहरे व कड़ाके की सर्दी का अलर्ट जारी किया है।
IMD के अनुसार 30 दिसंबर से 7 जनवरी तक उत्तर, पूर्वी और मध्य भारत में कड़ाके की ठंड, घना कोहरा और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में बारिश व बर्फबारी के मौसम के कारण मैदानी क्षेत्रों में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत पर भारी शीतलहर का प्रभाव रहेगा। ऐसे में सरकारी छुट्टियों में नए साल के जश्न को लेकर भ्रमण पर निकलने वालों को चेतावनी जारी की गई हैं। आईएमडी के अनुसार मौसम बिगड़ने पर सड़क, रेल और हवाई यातायात में विलंब या रुकावटें संभव हैं। पहाड़ी राज्यों में मौसम के हालात चुनौतीपूर्ण रहेंगे।
1 जनवरी 2021: 1.1 डिग्री से. (पिछले 15 सालों में सबसे ठंडा साल का पहला दिन)
1 जनवरी 2006 : लगभग 0.2 डिग्री से.के करीब (रिकॉर्ड कम के पास)।
2023-2024: दिसंबर गर्म रहा, न्यू ईयर पर 8-11 डिग्री से.(सामान्य से ऊपर)।
2024 (31 दिसंबर 2024): लगभग 10 डिग्री से. के करीब (हल्की ठंड)।
2005-2006, 2010-2011, 2020-2021 (कोल्ड वेव से 1-4 डिग्री से. तक गिरावट, घना कोहरा और विजिबिलिटी जीरो)
मौजूदा वर्ष के आखिरी सप्ताह में कमजोर पश्चिमी विक्षोभ 27 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित कर रहा है। जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 30-31 दिसंबर को छिटपुट हल्की-मध्यम बारिश/बर्फबारी की संभावना है। इससे उत्तरी राज्यों के अलावा मैदानों में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार व झारखंड के कई क्षेत्रों में शीतलहर व कोहरे का प्रभाव रहेगा।
नए साल 2026 के पहले सप्ताह में एक और पश्चिमी विक्षोभ हिमालय को प्रभावित करेगा, जिससे हिमालय रेंज के राज्यों में हल्की-मध्यम बर्फबारी व बारिश होगी। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानों के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश में भी हल्की व मध्यम स्तर की बारिश और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है।
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली पर कड़ाके की ठंड और हवा के प्रदूषण का कहर जारी है। सोमवार सुबह विजिबिलिटी मात्र 50-100 मीटर तक गिर गई, जिससे आइजीआई हवाई अड्डे पर करीब 200 उड़ानें देरी से चलीं, जबकि 128 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 8 को डायवर्ट किया गया। नए साल में कोहरे का प्रभाव कुछ कम हो सकता है, लेकिन ठंडी हवाएं व बारिश की संभावना के चलने से गंभीर शीतलहर बढ़ेगी।
Published on:
30 Dec 2025 03:38 am
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