जयपुर। राजधानी की सडक़ों (Road of Jaipur) और फुटपाथ (Footpath) के बीच अंतर ही नहीं बचा है। मुख्य सडक़ों (Main roads) से लेकर कॉलोनी की सडक़ों (Colony’s road) का एक जैसा हाल है। जेडीए (Jda), नगर निगम (Jaipur Nagar Nigam) और सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के अभियंताओं की मनमानी का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
एक्सपर्ट (Expert) भी मानते हैं कि सडक़ से फुटपाथ कम से कम आठ इंच ऊंचा होना चाहिए। इससे गाड़ी भी ऊपर नहीं चढ़ पाएगी और गाडिय़ों की खिडक़ी भी आसानी से खुल सकेगी। लेकिन शहर में अभियंता ऐसा नहीं कर रहे हैं।