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आखिर तेज गेंदबाज पंकज सिंह को क्यों करना पड़ा इतना बड़ा फैसला, जानें उन्हीं की जुबानी

बीसीसीआई के घरेलू सत्र में इस बार राजस्थान का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे अनुभवी क्रिकेटर

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आखिर तेज गेंदबाज पंकज सिंह को क्यों करना पड़ा इतना बड़ा फैसला, जानें उन्हीं की जुबानी

जयपुर. पिछले 13 साल से राजस्थान क्रिकेट टीम की पहचान बन चुके तेज गेंदबाज पंकज सिंह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के घरेलू सत्र 2018-19 में राजस्थान की ओर खेलते हुए नहीं दिखेंगे। राजस्थान की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज पंकज ने इस सत्र में पांडीचेरी की ओर से खेलने का फैसला किया है। ऐसा उन्होंने क्यों किया, क्या वजह रही इस बड़े फैसले के पीछे, जानते हैं खुद पंकज की जुबानी...

'मैंने यह फैसला सोच-समझ कर किया है। मैं यह अच्छी तरह जानता हूं कि भारतीय टीम की ओर से खेलने की मेरी उम्मीद अब ना के बराबर है। ऐसे में मैं यहां रहकर किसी युवा गेंदबाज की राह का रोड़ा नहीं बनना चाहता। मैं चाहता हूं कि राजस्थान के युवा गेंदबाज जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम इंडिया व इंडिया ए टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं वह अब राज्य क्रिकेट टीम को आगे ले जाएं। हां अगर टीम इस सत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है और मुझे लगता कि राजस्थान क्रिकेट को मेरी जरूरत है तो मैं अगले साल फिर से टीम से जुड़ जाऊंगा। ऐसा नहीं है कि आरसीए में चल रहे विवाद की वजह से मैंने यह फैसला किया है, मुझे पिछले पांच-छह साल से बाहर की टीमों से खेलने के ऑफर मिल रहे थे। लेकिन उस समय राजस्थान टीम को मेरी जरूरत थी इसलिए मैंने यहीं से खेलना जारी रखा। लेकिन मुझे अब लगता है कि तेज गेंदबाजी में राजस्थान का भविष्य सुनहरा है, भारत की ओर से टी-20 मैच खेल चुके दीपक चाहर, नाथू सिंह, खलील अहमद और अनिकेत चौधरी जैसे गेंदबाज टीम को जीत दिलाने में सक्षम हैं। मैं फिर से यही कहना चाहूंगा कि अगर टीम को मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं फिर से लोट आऊंगा।'

शानदार रहा है करियर
2 टेस्ट और 1 वनडे मैच खेला भारत की ओर से
109 प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके हैं पंकज
427 विकेट लिए हैं अब तक
32 न पर 8 विकेट है सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
2 बार रणजी ट्रॉफी विजेता राजस्थान टीम के सदस्य भी रहे