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जयपुर में हुई प्रदीप मिश्रा की कथा के आयोजकों पर FIR दर्ज, लगी गंभीर धाराएं; जानें वजह

Rajasthan News: राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर में आयोजित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के समापन के बाद एक दर्दनाक हादसे में एक श्रमिक की जान चली गई।

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Pradeep Mishra Katha in Jaipur

Rajasthan News: राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर में आयोजित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के समापन के बाद एक दर्दनाक हादसे में एक श्रमिक की जान चली गई, जिसके बाद आयोजकों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह आयोजन 1 से 7 मई तक चला था, लेकिन कार्यक्रम के बाद अस्थायी ढांचा और रस्सियां समय पर नहीं हटाई गईं, जिससे यह जानलेवा हादसा हुआ।

क्या हुआ हादसे के दिन?

बता दें, 8 मई को दिनेश नामक श्रमिक अपने साढ़ू विवेक के साथ बाइक पर सवार होकर विद्याधर नगर स्टेडियम के पास से गुजर रहा था। उसी दौरान सड़क के ऊपर लटकती एक रस्सी उसकी गर्दन में फंस गई, जिससे वह संतुलन खो बैठा और गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान SMS अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

दिनेश उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का निवासी था और पिछले 12 वर्षों से जयपुर के शास्त्री नगर में रहकर पेंटिंग का काम करता था। उसके परिवार में 14 साल का बेटा और 12 साल की बेटी है।

एफआईआर में क्या है आरोप?

स्थानीय नागरिकों की शिकायत पर आयोजक अनिल संत और राजन शर्मा के खिलाफ विद्याधर नगर थाने में FIR दर्ज की गई है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 (पूर्ववर्ती IPC 304), 118(1) और 61(2A) के तहत मामला दर्ज हुआ है।

शिकायतकर्ताओं बलराम जाखड़, महेश मावलिया, नरेंद्र चौधरी और भवानी सिंह शेखावत ने बताया कि कथा आयोजन में करोड़ों रुपये का चंदा इकट्ठा किया गया, लेकिन उसका कोई हिसाब सार्वजनिक नहीं किया गया। एक शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसने ₹1.51 लाख नकद दान किया, जिसकी कोई रसीद नहीं दी गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आयोजकों ने धार्मिक आस्था के नाम पर जनता को गुमराह किया और धोखाधड़ी की।

संत पर पहले से भी विवाद

एफआईआर में नामजद अनिल संत पर पहले से भूमाफिया, जमीन घोटालों और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगे हुए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उनके खिलाफ पहले भी कई जांचें चल रही हैं।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस हादसे को गंभीर लापरवाही बताया है। उन्होंने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी, मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और धार्मिक आयोजनों में पारदर्शिता की मांग की है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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