
कोरोना वैक्सीन का इंसानी ट्रायल सफल, शेयर 20 फीसदी चढ़े
मैसाचुसेट्स. कोरोनावायरस से बचाव के लिए अमरीकी बायोटेक्नोलॉजी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन एमआरएनए-1273 के शुरुआती इंसानी ट्रायल सफल रहे हैं। इस खबर ने दुनियाभर में कोरोना से निजात दिलाने के लिए वैक्सीन के जल्द आने की उम्मीद जगा दी है। सोमवार को कंपनी के इस खुलासे के बाद अमरीकी शेयर बाजारों में रौनक लौट आई और मॉडर्ना के शेयर में करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
मॉडर्ना इन कॉर्पोरेशन की प्रयोगात्मक कोविड-19 वैक्सीन अमरीका में पहली वैक्सीन है, जिसके इंसानी ट्रायल सफल रहे हैं। कंपनी ने 8 लोगों के छोटे स्वास्थ्य वालंटियर समूह के आंकड़े जारी करते हुए बताया कि उनमें वैक्सीन से वैसे ही एंटीबॉडीज का उच्चतर स्तर प्राप्त हुआ, जैसा कोविड-19 के मरीजों में स्वस्थ होने के बाद पाया गया। कंपनी ने मार्च में 45 लोगों पर ट्रायल शुरू किए थे। तीसरे चरण के व्यापक ट्रायल जुलाई में शुरू करेगी।
'सुरक्षा की दृष्टि से थे ये ट्रायलÓ
जोन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर हेल्थ सिक्यूरिटी के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. अमेश अदालजा ने कहा, यह सफलता महत्त्वपूर्ण है, लेकिन इस फेज-1 क्लिनिकल ट्रायल में केवल आठ लोग शामिल थे। यह सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से विकसित की गई थी, न कि प्रभावोत्पादकता की दृष्टि से। डॉ. अदालजा इस अध्ययन में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा जब हजारों लोगों पर प्रभावोत्पादकता के लिए वैक्सीन का परीक्षण होगा, तब और अब के बीच कई त्रुटियां हो सकती हैं। अभी के नतीजे हमारे लिए उत्साहवर्धक हैं।
अमरीकी प्राधिकरण की बड़ी मदद
अप्रैल में ही अमरीका के डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसिस की बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च एंड डवलपमेंट अथॉरिटी ने मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए 483 मिलियन डॉलर की निधि जारी की थी। पहले फेज में 25 और 100 माइक्रोग्राम के बाद अब दूसरे फेज में 50 माइक्रोग्राम की खुराक के साथ परीक्षण करेगी, ताकि सफलता मिलने पर अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
1.34 बिलियन डॉलर के शेयर बेचेगी मॉडर्ना
मॉडर्ना ने 76 डॉलर प्रति शेयर के ऑफर मूल्य पर 1.34 बिलियन डॉलर के शेयर बेचने का फैसला किया है। इससे पहले वैक्सीन के विकास और उत्पादन के लिए पैसा जुटाने के उद्देश्य से कंपनी की योजना 1.25 बिलियन डॉलर के शेयर बेचने की थी।
वैक्सीन को मिला फास्ट-ट्रैक स्टेटस
वैज्ञानिक यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि कोरोनावायरस से लडऩे के लिए एंटीबॉडीज का कितना स्तर सुरक्षित होगा और यह कितने लंबे समय तक बीमारी से सुरक्षा देगा। वैक्सीन को दूसरी स्टेज के इंसानी ट्रायल के लिए अनुमति मिल चुकी है। अमरीकी नियामकों ने बीते सप्ताह ही नियामकीय समीक्षा के लिए वैक्सीन को फास्ट-ट्रैक स्टेटस दे दिया था।
Published on:
19 May 2020 10:45 pm
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