
जयपुर। प्रदेश को सावन ने तर किया। भादो भी बारिश को भरकर लाया है। पिछले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों भारी बारिश ( Heavy Rain in Rajasthan ) दर्ज की गई है। कोटा जिले के कैथून में बाढ़ ( Flood Situation in Rajasthan ) के हालात हैं। चन्द्रलोई नदी उफान पर आ गई। सेना, एनडीआरफ व अन्य बचाव दलों ने रेस्क्यू कर करीब 300 लोगों को सुरक्षित निकाला। कोटा बैराज के 16 गेट खोले गए हैं। बीसलपुर में 2 साल तक का पानी बीसलपुर बांध में पेयजल सप्लाई के लिए अब तक 2 साल का पानी आ चुका है। इससे जयपुर, अजमेर और टोंक में सप्लाई हो सकेगी।
बीसलपुर बांध ( Bisalpur Dam ) में पानी की आवक लगातार जारी है। जिससे बांध का जल स्तर शनिवार सुबह तक 313. 90 आरएल मीटर पर पहुंच गया है। इससे भारी मात्रा में पानी की आवक को देखते हुए अब बांध के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं। पानी की भारी आवक होने से बांध के छलकने में महज 165 सेमी का फासला ही रह गया है। त्रिवेणी में पानी का बहाव 4.67 मीटर उंचाई पर बह रहा है जिससे डेम में पानी की आवक लगातार तेज रफ्तार से हो रही है।
हाड़ौती, शेखावाटी और वांगड सहित प्रदेश के कई अंचलों में बारिश के चलते बाढ़ के हालात हो गए। कोटा बैराज से की जा रही पानी की निकासी से धौलपुर में चम्बल नदी इस सीजन के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। वर्तमान में चम्बल पुल खतरे के निशान 129.70 से छह मीटर ऊंचाई 135.70 मीटर पर बह रही है। इसके चलते पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। करौली जिले के करणपुर क्षेत्र के मलहापुरा, बंधवारा और गोटा के गांवों में पानी भर गया।
माही डेम के 16 गेट खोलने के बाद बेणेश्वरधाम ( Beneshwar Dham ) एक बार फिर टापू में तब्दील हो गया। धाम में फिलहाल 25 लोग फंसे हुए हैं। वहीं भारी बारिश से कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में भी कई बस्तियां और कॉलोनियां जलमग्न हो गई। हाड़ौती में 11 और दो जोधपुर और दो उदयपुर, पाली में एक महिला की मौत हो गई। पानी में बहे तीन अन्य को अब तक निकाला नहीं जा सका है। मौसम विभाग ने सवाईमाधोपुर, करौली, जयपुर, धौलपुर, टोंक, अलवर, झुझूंनू, भीलवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं जोधपुर, नागौर, पाली में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं राजस्थान सहित दिल्ली, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की संभावना है।
मंदिर हुआ जलमग्न
भीलवाड़ा के कोटा रोड स्थित त्रिवेणी संगम में पानी की इतनी आवक हुई कि वहां स्थित मंदिर के चारों ओर पानी भर गया और मंदिर जलमग्न अवस्था में आ गया।
सूरजपुरा बांध : पांच साल बाद चली चादर
दौसा में सूरजपुरा बांध में गत दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते लबालब हो गया। पांच साल बाद शुक्रवार को बांध पर चादर भी चलने लगी। 13 फीट भराव वाले इस बंाध के भरने के बाद आस-पास के गांवों को लाभ होगा।
रेलवे ट्रेक पर मलबा गिरा, तीन घंटे देरी से पहुंची ट्रेनें
पाली में अरावली की पहाडिय़ों में लगातार बारिश की वजह से शुक्रवार को मावली मारवाड़ ट्रेक पर मलबा गिरने से रेल यातायात प्रभावित हुआ। घाट सेक्शन में खामली घाट व गोरमघाट के बीच टे्रक पर मलबा गिरने से रेलें तीन घंटे विलंब से पहुंची। गैंग मेन ने पटरियों पर पड़े पत्थरों को हटाया। इसके बाद टे्रन को रवाना किया गया।
कार को रेस्क्यू कर निकाला
जयपुर के चाकसू में पिछले दो दिनों से उपखण्ड क्षेत्र में कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश के बाद कई सडक़ मार्गों पर भारी जल भराव की स्थिति बन गई। ऐसे में निमोडिया रोड पर पानी की आवक ज्यादा होने से वहां फंसी कार को रेस्क्यू कर निकाला गया।
रेल सेवा बाधित
जोधपुर मंडल में करीब सात घंटे तक रेलमार्ग बाधित होने से विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनें खड़ी रही। पाली के बोमादड़ा स्टेशन के पास मिट्टी निकलने से तीन ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया। जम्मू तवी, राणकपुर, बीकानेर-बांद्रा और रतलाम समेत कई ट्रेन प्रभावित हुई। प्रशासन की ओर से जम्मू-तवी के 400 यात्रियों को बसों से अहमदाबाद के लिए रवाना किया गया।
स्पीकर ओम बिरला ने जाने बाढ़ के हाल
कोटा प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार सुबह नौ बजे कैथून पहुंचकर बाढ़ के हालात की जानकारी ली। उन्होंने ट्रेक्टर में प्रभावित क्षेत्र का दौराकर नुकसान की स्थिति का जायजा लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।
Updated on:
17 Aug 2019 08:11 am
Published on:
17 Aug 2019 07:25 am
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