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खाद्य सुरक्षा योजना : गरीब का गेहूं एडजस्टमेंट में फंसा, 1446 मीट्रिक टन कम मिला

जयपुर जिले को 15665 मीट्रिक टन के मुकाबले दिसंबर के लिए 14217 मीट्रिक टन गेहूं का आवंटन उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर नहीं भेजने का उठाना पड़ रहा खमियाजा

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जयपुर

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GAURAV JAIN

Oct 24, 2023

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खाद्य सुरक्षा योजना एक बार फिर बेपटरी होती दिख रही है। गरीब लाभार्थियों के हिस्से का गेहूं किसी न किसी महीने एडजस्टमेंट में फंस रहा है और गेहूं आवंटन में भी कटौती हो रही है। जयपुर जिले को विभाग ने दिसंबर माह के लिए जो गेहूं आवंटित किया है, उसमें 1446 मीट्रिक टन गेहूं की कटौती कर दी है। ऐसे में अब लाभार्थियों को 15663 मीट्रिक टन की जगह 14217 मीट्रिक टन का वितरण होगा।


समय पर नहीं भेजते उपयोगिता प्रमाण पत्र

किसी न किसी महीने गेहूं की कटौती को लेकर पत्रिका ने खाद्य विभाग के अधिकारियों से बात की तो योजना में कुप्रबंधन सामने आया। अफसरों ने बताया कि विभाग के अधिकारी उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर नहीं भेज रहे हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार राजस्थान में गेहूं आवंटन में कटौती कर देती है। हालांकि विभाग जब उपयोगिता प्रमाण पत्र भेज देता है तो जिस महीने कटौती हुई उस महीने का गेहूं जारी हो जाता है और फिर किसी न किसी महीने उसका एडजस्टमेंट होता है।

जिसके स्टॉक में गेहूं नहीं उसके भी कटौती
गेहूं वितरण के स्टॉक की गणना में भी विभागीय अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं। अगर एक राशन डीलर के स्टॉक में गेहूं बकाया दिख रहा है तो राशन की सभी 27 हजार दुकानों पर गेहूं बकाया मानते हुए कटौती की जाती है। इस विसंगति से भी गेहूं वितरण व्यवस्था गड़बड़ा रही है।


सितंबर माह के गेहूं वितरण में कुछ विसंगति हो गई थी। केन्द्र के सामने सभी तथ्य रखे तो सितंबर माह का गेहूं मिल गया। जहां तक दिसंबर माह में कम आवंटन की बात है तो यह कटौती नहीं है। किस डीलर के पास कितना बकाया है उसका रियलटाइम रिकॉर्ड रहता है उसी आधार पर गेहूं का आवंटन होता है।

नवनीत कुमार, अतिरिक्त आयुक्त
खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग