
देवेन्द्र सिंह राठौड़ / जयपुर। कर्पूरचंद कुलिश स्मृति वन में मंगलवार तेंदुआ का एक शावक मिला। मां से बिछड़ा यह मादा शावक भय से झाडिय़ों में छुपा हुआ था। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने दो घंटे बाद उसे रेस्क्यू कर चिडिय़ाघर पहुंचाया। उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवा चिकित्सक की निगरानी में रखा गया है। इधर, शावक की मां की तलाश में स्मृति वन में कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं।
वनकर्मियों को अपराह्न 4 बजे कुलिश स्मृति वन में वनकर्मियों को झाडिय़ों में एक लेपर्ड का शावक गुर्राता और सर्दी से कांपता हुआ दिखा। इसके बाद उन्होंने विभाग की रेस्क्यू टीम को सूचना दी। रेस्क्यू टीम के वन्यजीव चिकित्सक अशोक तंवर, सहायक वनपाल सुरेश चौधरी, राजेंद्र सिंह को मौके पर पहुंचने में करीबन डेढ़ घंटा लगा। इतनी देर तक उसे वहां मौजूद वनकर्मी देखते ही रहे और कोई भी उसे रेस्क्यू करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। बाद में रेस्क्यू टीम ने उसे चिडिय़ाघर पहुंचाया।
तीन-चार दिन से भूखा
स्वास्थ्य परीक्षण में शावक के तीन से चार दिन भूखे होने की पुष्टि हुई। भोजन नहीं मिलने से वह कमजोर हो गया था और उसे ठंड भी लग गई थी। चिडिय़ाघर लाए जाने पर उसने डाइट ली और पानी भी पिया। उसे पिंजरे में हीटर लगाकर चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
गुस्से में, गुर्रा रहा लगातार
चिकित्सक तंवर का कहना है कि शावक जब मिला तब गुस्से में था और लगातार गुर्रा रहा था। स्थिति में सुधार होते ही वापस छोड़ दिया जाएगा। इससे पहले उसकी मां की तलाश की जाएगी। जिस हालत में शावक मिला है, लग रहा है कि उसकी मां कई दिन से उसके पास नहीं आई है।
Published on:
14 Dec 2021 10:09 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
