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जयपुर को किसकी लगी नजर, 9 घंटे में 3 बड़ी आग, JCB वाली आग बुझी भी नहीं थी कि कोचिंग में उठी लपटें, बच्चे फंसे

Jaipur Fire News: इन तीनों घटनाओं ने शहर में बिजली के उपकरणों के रखरखाव और ऊंची इमारतों में फायर सेफ्टी ऑडिट की जरूरत को फिर से उजागर कर दिया है।

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जयपुर में नौ घंटे में तीन भीषण आग लगी, करोड़ों का नुकसान हुआ, तीनों अग्निकांड की फोटो - पत्रिका

Jaipur Fire News: गुलाबी नगरी के लिए सोमवार का दिन हादसों भरा रहा। शहर में महज 9 घंटे के भीतर आगजनी की तीन बड़ी घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। महेश नगर में कोचिंग संस्थान, करणी विहार में रिहायशी अपार्टमेंट और अजमेर रोड पर जेसीबी गोदाम में लगी आग ने पूरे शहर को सकते में डाल दिया।

महेश नगर: कोचिंग में लगी आग, टीन शेड के सहारे बचाई छात्रों की जान

सोमवार रात करीब 9 बजे महेश नगर के सुल्तान नगर में स्थित एक ट्रांसफार्मर में जोरदार धमाके के साथ शॉर्ट सर्किट हो गया। आग की चिंगारियां पास ही स्थित एक कोचिंग संस्थान तक पहुंच गईं, जिससे वहां भीषण आग लग गई। घटना के समय संस्थान में विद्यार्थी मौजूद थे। देखते ही देखते लाइब्रेरी और कमरों में धुआं भर गया। पुलिस और दमकल कर्मियों ने मोर्चा संभाला और फ्लोर पर फंसे बच्चों को पीछे के रास्ते टीन शेड की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला। इस हादसे में छात्रों की किताबें और फर्नीचर जलकर खाक हो गया।

करणी विहार: सिलेंडर फटने से दहल उठा अपार्टमेंट, हेड कांस्टेबल घायल

इससे पहले दोपहर में करणी विहार के विनायक अपार्टमेंट में एक फ्लैट में आग लग गई। बचाव कार्य के दौरान वहां रखे गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया, जिससे आग की लपटें और तेज हो गईं। हादसे में रेस्क्यू कर रहे हेड कांस्टेबल शंकर लाल बेहोश हो गए, जिन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिविल डिफेंस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए अपार्टमेंट में फंसे 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। धमाका इतना तेज था कि फ्लैट की दीवार ढह गई।

अजमेर रोड: जेसीबी गोदाम में करोड़ों का नुकसान

तीसरी बड़ी घटना अजमेर रोड पर डीपीएस स्कूल के पास हुई, जहां एक जेसीबी गोदाम में भीषण आग लग गई। दर्जनों दमकलों ने करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि यहां कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन करोड़ों रुपए के सामान और मशीनरी जलने का अनुमान है। इन तीनों घटनाओं ने शहर में बिजली के उपकरणों के रखरखाव और ऊंची इमारतों में फायर सेफ्टी ऑडिट की जरूरत को फिर से उजागर कर दिया है।