जयपुर. असलम शेर खान भारतीय हॉकी का एक जाना-पहचाना नाम है। वर्ष 1975 में हुए विश्व कप हॉकी में भारतीय टीम की स्वर्णिम सफलता में अहम भूमिका निभाने वाले असलम शेर खान ने 1972 में म्यूनिख ओलम्पिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी किया। एक निजी यात्रा पर गुलाबीनगर आए खान ने अगले माह शुरू होने जा रहे एशियाई खेलों में भारतीय टीम से उम्मीदों और अन्य मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी।
एशियाई खेलों के बारे में खान ने कहा, एशिया में हमेश ही भारत का दबदबा रहा। मुझे पूरी उम्मीद है कि भारतीय टीम इस बार भी अपनी धाक बरकरार रखेगी। भारत के अलावा अन्य एशियाई देशों के निराशाजनक प्रदर्शन पर खान ने कहा, ऐसी बात नहीं है, लेकिन पहले पाकिस्तान टीम बहुत मजबूत हुआ करती थी। अब पाकिस्तान टीम के प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है। मैं भारत को दक्षिण कोरिया और मलेशिया से भी इक्कीस मानता हूं।
भारतीय टीम के बारे में उन्होंने कहा, टीम के प्रदर्शन में अब निरंतरता दिखाई दे रही है। भारतीय खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। अच्छी कोचिंग के साथ खिलाडिय़ों की फिटनेस पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हालांकि उन्होंने माना कि भारतीय टीम बहुत जल्द मनोवैज्ञानिक दबाव का शिकार हो जाती है। कुछ मौकों पर उनमें जीत की ललक दिखाई नहीं देती।
शानदार प्रदर्शन कर रही भारतीय महिला हॉकी टीम की भी खान ने सराहना की। उन्होंने कहा, आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। लंदन में चल रहे विश्व कप में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया। डिफेंस बहुत मजबूत है। इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को बराबरी पर रोका। जल्द ही भारतीय हॉकी के सुनहरे दिन वापस लौटेंगे।