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मोती डूंगरी गणेशजी का होगा नौलखा हार के भाव सा शृंगार, 2500 किलो घी व 100 किलो मेवा से बनेगा मोदक प्रसाद

Ganesh Chaturthi 2023: भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर 19 सितंबर को विभिन्न योग संयोग में गणेशजी चतुर्थी मनाई जाएगी। इससे पहले मोती डूंगरी गणेशजी मंदिर में जन्मोत्सव के कार्यक्रम 11 सितंबर को पुष्य नक्षत्र में अभिषेक के साथ ध्वजारोहण व ध्वज पूजन के साथ शुरू होंगे।

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मोती डूंगरी गणेशजी का होगा नौलखा हार के भाव सा शृंगार, 2500 किलो घी व 100 किलो मेवा से बनेगा मोदक प्रसाद

मोती डूंगरी गणेशजी का होगा नौलखा हार के भाव सा शृंगार, 2500 किलो घी व 100 किलो मेवा से बनेगा मोदक प्रसाद

जयपुर। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर 19 सितंबर को विभिन्न योग संयोग में गणेशजी चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन रवि योग, ध्वज (केतु) योग, श्रीवत्स योग, कुमार योग और अंगारक योग रहेंगे। घर—घर, द्वार—द्वार गणेशजी महाराज का पूजन होगा। शहर में गणेश जन्म का उल्लास छाएगा। इससे पहले मोती डूंगरी गणेशजी मंदिर में जन्मोत्सव के कार्यक्रम 11 सितंबर को पुष्य नक्षत्र में अभिषेक के साथ ध्वजारोहण व ध्वज पूजन के साथ शुरू होंगे।

मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महन्त कैलाश शर्मा ने बताया कि सोमवार को सुबह 8 बजे पुष्य नक्षत्र में भगवान गणेश जी महाराज का पंचामृत अभिषेक सर्वप्रथम संकल्प लेकर प्रारंभ होगा। सुबह 8 से भगवान श्री का पंचामृत अभिषेक होगा, जिसमें 251 किलो दूध, 25 किलो बूरा, 50 किलो दही, 11 किलो शहद, 11 किलो घी का उपयोग होगा। उसके बाद भगवान श्री का गुलाब जल एवं केवड़ा जल से अभिषेक होगा। इस अवसर 501 महिलाएं कलश यात्रा लेकर आएगी, जिससे भगवान का अभिषेक होगा। अभिषेक के बाद भक्तों को रक्षा सूत्र व हल्दी प्रसाद बांटा जाएगा। इसके बाद ध्वज पूजन होगा, नवीन ध्वज धारण होंगे। वहीं गणेशजी महाराज के 108 मोदक अर्पित किए जाएंगे। मोदक अर्पण 17 सितंबर तक चलेगा।

मोदकों की झांकी 13 सितंबर को, रत्न जड़ित मुकुट करेंगे धारण
महोत्सव के तहत 13 सितंबर को भगवान गणेशजी महाराज के मोदकों की झांकी के दर्शन सुबह 5 बजे से होंगे। इस दिन बाहर का प्रसाद नहीं चढ़ेगा। इस झांकी में 251 किलो के 2 मोदक मुख्य मोदक होंगे। इसके अलावा 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के, 1100 मोदक 1.25 किलो के और अन्य छोटे मोदकों की झांकी होगी। भगवान गणेशजी महाराज फूलों के झरोखे में विराजमान होंगे। इसी दिन शाम 6.30 बजे से रात 9 बजे तक सभी भक्तजनों को नि:शुल्क मोदक प्रसाद वितरण होगा।

2500 किलो घी व 100 किलो मेवा से बनेगा मोदक प्रसाद
मोदक प्रसाद बनाने के लिए 2500 किलो घी, 3000 किलो बेसन, 9000 किलो शक्कर और 80 से 100 किलो के बीच में मेवा लगेगा। वहीं भगवान श्री को मुकुट माणक व पन्ना जड़ित विशेष मुकुट धारण होगा।

सांस्कृतिक व भजन संध्या कार्यक्रम 14 से शुरू
भगवान गणपति को ध्रुपद गायन सबसे प्रिय है, इसी कारण भजन संध्या ध्रुपद गायन से प्रारम्भ होगी। यह कार्यक्रम 14 से 17 सितंबर तक शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक आयोजित किया जाएगा।

सिंजारा पर होगा विशेष शृंगार, होगा मेहंदी पूजन
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि 18 सितंबर को शाम 6.15 बजे भगवान गणेशजी महाराज का विशेष श्रृंगार होगा। भगवान गणेशजी महाराज के सिंजारे की मेहंदी धारण होगी। इसके बाद भक्तों को मेहंदी प्रसाद बांटा जाएगा। मेहंदी प्रसाद वितरण की व्यवस्था मंदिर परिसर में पांच स्थानों पर होगी। इसी दिन भक्ति संध्या व रात्रि जागरण का आयोजन होगा। करीब 3100 किलो मेहंदी प्रसाद का वितरण किया जाएगा।

नौलड़ी का नौलखा हार के भाव सा शृंगार में दर्शन देंगे गणपति
गणेश चतुर्थी पर गजानन महाराज का विशेष नौलड़ी का नौलखा हार के भाव जैसा शृंगार होगा। इसमें मोती, सोना, पन्ना, माणक आदि के भाव स्वरूप दर्शाए जाएंगे। महंत परिवार की ओर से यह पारंपरिक शृंगार धारण करवाया जाएगा। गणेशजी महाराज स्वर्ण मुकुट धारण करेंगे और चांदी के सिंहासन पर विराजमान होंगे। स्वर्ण मुकुट साल में एक ही बार धारण करवाया जाता है। इसे बनाने में करीब तीन माह लगते हैं।

नगर भ्रमण पर 20 सितंबर को निकलेंगे गणेशजी
श्रीगणेश मंदिर मोती डूंगरी जयपुर की ओर से गणेश चतुर्थी के अगले दिन भगवान श्रीगणेशजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो मोती डूंगरी गणेशजी से रवाना होकर श्रीगढ़ गणेश मंदिर तक जाएगी। शोभायात्रा मोती डूंगरी रोड, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार, ब्रह्मपुरी होती हुई गढ़ गणेश मंदिर तक जाएगी।

गणेश चतुर्थी पर मोती डूंगरी गणेशजी के झांकियों का समय
झांकी - समय
मंगला आरती - सुबह 4 बजे
विशेष पूजन - सुबह 11.20 बजे
शृंगार आरती - सुबह 11.30 बजे
भोग आरती - दोपहर 2.15 बजे
संध्या आरती - शाम 7 बजे
शयन आरती - रात 11.45 बजे

गणेश चतुर्थी पर ये बन रहे संयोग
ज्योतिषाचार्य पं. चन्द्रशेखर शर्मा ने बताया कि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर 19 सितम्बर को इस बार गणेश चतुर्थी मनायी जाएगी। इस दिन रवियोग दोपहर 1:48 बजे तक रहेगा। ध्वज (केतु) योग दोपहर 1:48 बजे तक और इसके बाद अगले सूर्योदय तक श्रीवत्स योग रहेगा। कुमारयोग दोपहर 1:48 बजे से अगले दिन सूर्योदय तक रहेगा। वहीं अंगारक योग पूरे दिन रहेगा।