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Ganesh Mahotsav 2023: गणेश चतुर्थी महोत्सव शुरू, शहर के गणपति मंदिरों में हुआ विशेष आयोजन, कलश यात्रा पहुंची मोती डूंगरी मंदिर

Ganesh Mahotsav 2023: राजधानी के गणेश मंदिरों में सोमवार से नौ दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हुई। मोती डूंगरी, सूरजपोल स्थित श्वेत सिद्धी विनायक व दिल्ली रोड स्थित बंगाली बाबा गणेश मंदिर सहित अन्य गणेश मंदिरों में ध्वजा बदली गई व पूजन के बाद भगवान गणपति का पंचामृत अभिषेक हुआ।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Sep 12, 2023

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क/जयपुर। Ganesh Mahotsav 2023: राजधानी के गणेश मंदिरों में सोमवार से नौ दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हुई। मोती डूंगरी, सूरजपोल स्थित श्वेत सिद्धी विनायक व दिल्ली रोड स्थित बंगाली बाबा गणेश मंदिर सहित अन्य गणेश मंदिरों में ध्वजा बदली गई व पूजन के बाद भगवान गणपति का पंचामृत अभिषेक हुआ। इस मौके पर समूचा परिसर जय गणेश के जयघोष से गूंज उठा।


मोतीडूंगरी मंदिर पहुंची कलश यात्रा, कल सजेगी मोदकों की झांकी
एमडी सर्कल से कलश यात्रा मोती डूंगरी स्थित गणेश मंदिर पहुंची। यात्रा में शामिल 501 महिलाएं कलश में विभिन्न तीर्थों का पवित्र जल लेकर व भजन गाती हुई चल रही थीं। मंदिर में महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में 251 किलो दूध, 25 किलो बूरा, 50 किलो दही, 11 किलो शहद, 11 किलो घी के पंचामृत से भगवान गजानन का अभिषेक हुआ। उन्हें 108 मोदक अर्पित कर भक्तों को रक्षा सूत्र व हल्दी का प्रसाद बांटा गया। मंदिर में मोदक अर्पण कार्यक्रम 17 सितंबर तक चलेगा। बुधवार सुबह पांच बजे से सैकड़ों मोदकों की झांकी सजेगी। साथ ही बाहर से लाया गया प्रसाद नहीं चढ़ेगा। शाम 6.30 बजे से भक्तों को नि:शुल्क प्रसाद बांटा जाएगा।

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251 दीपों से महाआरती:
सुबह अभिषेक के बाद भगवान गजानन को नवीन पोशाक धारण करवाई गई। महंत जय शर्मा ने बताया कि शाम 251 दीपकों से महाआरती की गई। चांदपोल बाहर स्थित परकोटा वाले गणेश मंदिर में भगवान को फूल बंगले में विराजमान किया गया। पं. अमित शर्मा ने बताया कि गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ के बाद गणपति सहस्त्रनामावली का जाप हुआ।