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आपकी बात: विमानन कंपनियों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए क्या किया जाना चाहिए?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रस्तुत है पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

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जयपुर

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Opinion Desk

Dec 08, 2025

समय प्रबंधन पर ध्यान होना चाहिए

विमानन कंपनियों को समय प्रबंधन का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इमर्जेंसी विमानों की व्यवस्था रखनी चाहिए, जिससे किसी भी विमान में खराबी होने पर तत्काल व्यवस्था की जा सके। कुछ विशेष जगहों पर जाने के लिए तो इमर्जेंसी विमान उपलब्ध करवाने चाहिए। साथ ही रिजर्व पायलट की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसी कारण कोई पायलट समय पर नहीं आ सके तो उसकी जगह तत्काल व्यवस्था की जा सके। बोर्डिंग टाइम को थोड़ा कम किया जाना चाहिए। यात्रियों से सुविधाओं और व्यवस्थाओ से संबंधित फीडबैक लेते रहने चाहिए। - राकेश खिलेरी, बाड़मेर

पेमेंट रिफंड प्रक्रिया तेज होनी चाहिए

विमानन कंपनियों को समयपालन सुनिश्चित करने के साथ ही उड़ानों की वास्तविक-समय सूचना देनी चाहिए। यात्री सहायता केंद्रों को सशक्त करना के अलावा सामान प्रबंधन में तकनीक का बेहतर उपयोग करना चाहिए। सुरक्षा जांच प्रक्रिया को तेज व सरल बनाना, आपातकालीन स्थितियों में टिकट रिफंड-कैंसिलेशन प्रक्रिया को पारदर्शी करना चाहिए। इससे यात्रियों का भरोसा बढ़ेगा और सेवा की गुणवत्ता सुधरेगी। - डॉ अभिनव शर्मा, झालावाड़

शिकायतों का समाधान तत्काल हो

विमानन कंपनियों की व्यवस्था सुधारने के लिए पारदर्शिता, सुरक्षा और समयबद्धता पर जोर जरूरी है। कर्मचारियों की ट्रेनिंग और तकनीक में निवेश बढ़ाया जाए, निगरानी और नियमों का सख्त पालन हो, साथ ही शिकायतों का तीव्र समाधान हो ताकि यात्रियों को भरोसा और बेहतर सेवा मिल सके। - कृष्णकुमार खीचड़, राजालानाडा

स्टाफ को नियमित प्रशिक्षण दिया जाए

विमानन कंपनियों की व्यवस्थाओं में सुधार हेतु सबसे पहले उड़ान समयपालन और रखरखाव प्रणाली को तकनीकी रूप से अधिक मजबूत बनाना चाहिए। यात्रियों की सुविधा के लिए पारदर्शी जानकारी, समय पर अपडेट और शिकायत निवारण तंत्र को तेज और प्रभावी बनाया जाए। स्टाफ को नियमित प्रशिक्षण देकर उनके व्यवहार, सुरक्षा ज्ञान और सेवा गुणवत्ता को बेहतर किया जाए। एयरपोर्ट, एयरलाइन समन्वय, डिजिटल प्रक्रियाएं और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन संपूर्ण अनुभव को उत्कृष्ट बनाते हैं। - संजय माकोड़े, बैतूल

एक ही कंपनी का एकाधिकार न हो

विमानन कम्पनियों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए सरकार को ऐसा नियम बनाना चाहिए जिसके तहत किसी भी खामी के लिए भारी भरकम जुर्माने का प्रावधान हो। एक ऐसी स्पेशल सेल की स्थापना हो जो 24×7 जनता की शिकायतों को दर्ज कर उसका निवारण करें। सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी एक कंपनी का एकाधिकार उस क्षेत्र में ना हो, उसके बराबर अन्य कई कम्पनियों को खड़ा किया जाना चाहिए। - शंकर गिरि, रावतसर

निगरानी समितियां गठित करें

विमानन कंपनियों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए हर एक हवाई अड्डे पर निगरानी समिति का गठन करें। यह समिति समय-समय पर व्यवस्थाओं की जांच कर उनमें किसी तरह की कोई कमी पाई जाने पर तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचित कर उसे दूर करने की सिफारिश करे। साथ ही हवाई अड्डों पर तैनात कर्मियों की जिम्मेदारी भी तय की जानी चाहिए। बिना वैध कारण के उड़ान निरस्त करने की स्थिति में यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने तथा तुरंत रिफंड किए जाने की व्यवस्था भी लागू की जानी चाहिए। - वसंत बापट, भोपाल

समयपालन के लिए सख्त नीति बनानी चाहिए

हवाई यात्रा तेज़ी से बढ़ रही है, पर सुविधाओं की गुणवत्ता अब भी यात्रियों की अपेक्षाओं को पूरी तरह नहीं निभा पा रही। उड़ानों के समयपालन पर सख्त नीति बनाकर अनावश्यक देरी कम करनी होगी, वहीं ग्राहक सेवा को अधिक पेशेवर और संवेदनशील बनाना आवश्यक है ताकि काउंटर, कॉल सेंटर और शिकायत निवारण में स्पष्ट व त्वरित जानकारी मिले। सुरक्षा मानकों को आधुनिक तकनीक और बेहतर प्रशिक्षण से मज़बूत किया जाए तथा टिकट बुकिंग, चेक-इन और रिफंड प्रक्रियाएं सरल और पारदर्शी हों। साथ ही एयरपोर्ट सुविधाओं—बैगेज सिस्टम, बैठने की व्यवस्था और स्वच्छता—का आधुनिककरण अनिवार्य है। यात्री-केंद्रित, तेज़ और भरोसेमंद सेवाएं ही विमानन क्षेत्र को ऊंची उड़ान दे सकती हैं। - डॉ. दीपिका झंवर, जयपुर

बहुआयामी सुधार होने चाहिए

भारतीय विमानन कंपनियों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कई आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। सबसे पहले, परिचालन कुशलता में वृद्धि कर, उड़ानों में होने वाली देरी और रद्द करने की समस्याओं को कम किया जाना चाहिए। दूसरे, यात्रियों को बेहतर सेवा और सुविधाएं प्रदान कर, उनके सफर को आरामदायक बनाया जा सकता है। इसके अलावा, नई तकनीकों का उपयोग कर, बुकिंग से लेकर लैंडिंग तक की पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सकता है। अंततः, कंपनियों को वित्तीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, लागत नियंत्रण और राजस्व वृद्धि के उपाय करने होंगे। इन व्यवस्थाओं में सुधार से न केवल विमानन कंपनियों को लाभ होगा, बल्कि यात्रियों को भी बेहतर सेवाएं प्राप्त होंगी। - डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर

सिस्टम को सरल बनाया जाए

बेहतर गुणवत्ता नियंत्रण और प्रशिक्षण के माध्यम से विमान को सुरक्षित बनाया जाना चाहिए। टिकाऊ विमान ईंधन का उपयोग और विमान के इंजन में सुधार किया जाना चाहिए। सिस्टम को सरल बनाना चाहिए ताकि कर्मचारी छोटी चीजों को नजर अंदाज न कर सके और बिना किसी डर के सुरक्षा चिंताओं की रिपोर्ट कर सकें। बेहतर गुणवत्ता नियंत्रण परीक्षण के माध्यमों से विमान को सुरक्षित बनाना जरूरी है। सुरक्षा संबंधी चिंताओं की रिपोर्ट करने वाले कर्मचारियों के लिए कानूनी सुरक्षा प्रदान करना जरूरी है। ग्राउंड स्टाफ की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। - लहर सनाढ्य, उदयपुर