चौड़ा रास्ता में ताडक़ेश्वर मंदिर ( Tadkeshwar Mahadev Temple ) में स्थित मकान में घरेलू गैस सिलेण्डर में लीकेज से विस्फोट ( Gas Cylinder Blast ) के साथ धमाका होने से करीब 500 मीटर तक कम्पन्न महसूस किया गया। लोगों को वर्ष 2008 में चांदपोल व सांगानेरी गेट के पास हुए सीरियल बम विस्फोट का सा अहसास हुआ...
जयपुर। चौड़ा रास्ता में ताडक़ेश्वर मंदिर ( Tadkeshwar Mahadev Temple ) में स्थित मकान में घरेलू गैस सिलेण्डर में लीकेज से विस्फोट ( Gas Cylinder Blast ) के साथ धमाका होने से करीब 500 मीटर तक कम्पन्न महसूस किया गया। लोगों को वर्ष 2008 में चांदपोल व सांगानेरी गेट के पास हुए सीरियल बम विस्फोट का सा अहसास हुआ। इसी कारण सोमवार को ताडक़ेश्वर मंदिर के पास धमाके के साथ धुआं देख बम विस्फोट होने की आशंका फैली। बाद में सिलेण्डर लीकेज से विस्फोट होने का पता चला।
मकान के भूतल पर दुकान और ठाकुरजी का मंदिर है। पहली मंजिल पर मंदिर पुजारी गोविंद नारायण उनके भाई धर्मेंद्र और प्रकाश का परिवार रहता है। जबकि दूसरी मंजिल पर गोविंद के चौथे भाई पप्पू के हिस्से में किराएदार राजेश व अभिषेक रह रहे थे। धर्मेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी रसोई में चाय बनाकर कमरे में आई, तभी विस्फोट के साथ एक मोटा पत्थर उनकी रसोई की दीवार में छेद करते हुए आ गया। उनकी रसोई की दीवार में भी बड़ा छेद हो गया। हादसे के समय भवन में करीब 15 लोग थे। बड़ी मुश्किल से परिवार के लोगों को बाहर निकाला। मूलत: दिल्ली निवासी राजेश और उसका भतीजा अभिषेक यहां करीब छह वर्ष से रहकर निजी काम कर रहे थे। अस्पताल में राजेश की हालत भी गंभीर बनी है। उधर, हादसे में मंजू और अभिषेक की मौत हो गई। लीकेज को गम्भीरता से नहीं लेने पर हादसा हुआ।
धमाका हुआ और मकान गिर गया
गोविंद नारायण ने बताया कि पत्नी मंजू सुबह गोविंद देव मंदिर जाने की तैयारी कर रही थी। बेटी बिट्टू व हर्षू और बेटा तमन्य सो रहे थे। तभी धमाका हुआ और मंजू जिस कमरे में थी, वह कमरा मलबे में बदल गया। दो-तीन घंटे की तलाश के बाद मंजू को मलबे से बाहर निकाला गया। उधर, पड़ोसी विशाल ने बताया कि विस्फोट होने पर कुछ देर तो समझ में ही नहीं आया क्या हुआ है।
मोबाइल पर गेम खेल रहा था पत्थर लगा, सिर फूटा
अमन ने बताया कि विस्फोट होने वाले मकान के बाहर चबूतरे पर बैठकर पर पबजी गेम खेल रहा था। तभी धमाका हुआ और पत्थर उछलकर उसके सिर पर आ लगा। कुछ देर तो समझ में ही नहीं आया। बाद में सिर से खून निकलते देख उसे भी अस्पताल पहुंचाया।