क्यों आ रही है गिरावट सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि सोने का वायदा और स्टैंडर्ड भाव में काफी अंतर था और इस कारण यह गिरावट देखने को मिली है। अमरीका और चीन के बीच व्यापारिक वार्ता दोबारा शुरू होने की उम्मीद भी एक वजह हो सकती है। हालांकि अक्टूबर में दिवाली या दिसंबर तक मांग बढऩे के साथ सोना दोबारा 40 हजार रुपए तक पहुंच सकता है। दुनिया भर में केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए ब्याज दरें घटा रहे हैं, जिससे सोने को और मजबूती मिल सकती है।
सोने की बिक्री सुस्त
पिछले साल के फेस्टिव सीजन में ज्वैलरी की डिमांड 108.1 टन रही थी, जबकि सोने की निवेश संबंधी मांग 56.4 टन थी। ट्रेडर्स का कहना है कि सोने से दूरी बनाने वालों में रिटेल कस्टमर्स ही नहीं, ज्वैलर्स भी हैं जो फेस्टिव सीजन में कमजोर मांग की आशंका के चलते सोने की रीस्टॉकिंग नहीं कर रहे हैं। सोने की बिक्री के लिहाज से अगस्त सबसे खराब महीना रहा। आगामी फेस्टिव सीजन से बड़ी उम्मीदें हैं।
पिछले साल के फेस्टिव सीजन में ज्वैलरी की डिमांड 108.1 टन रही थी, जबकि सोने की निवेश संबंधी मांग 56.4 टन थी। ट्रेडर्स का कहना है कि सोने से दूरी बनाने वालों में रिटेल कस्टमर्स ही नहीं, ज्वैलर्स भी हैं जो फेस्टिव सीजन में कमजोर मांग की आशंका के चलते सोने की रीस्टॉकिंग नहीं कर रहे हैं। सोने की बिक्री के लिहाज से अगस्त सबसे खराब महीना रहा। आगामी फेस्टिव सीजन से बड़ी उम्मीदें हैं।
ऐसे गिरे भाव (सोना स्टैंडर्ड) 5 सितंबर : 40280 6 सितंबर : 39580 7 सितंबर : 39480 9 सितंबर : 39350 10 सितंबर : 39150 11 सितंबर : 39050
12 सितंबर : 38800 13 सितंबर : 38600 14 सितंबर 38300 (भाव रुपए प्रति दस ग्राम में)
ऐसे गिरे भाव (चांदी हाजिर) 5 सितंबर : 51800 6 सितंबर : 49500
ऐसे गिरे भाव (चांदी हाजिर) 5 सितंबर : 51800 6 सितंबर : 49500
7 सितंबर : 48650 9 सितंबर : 48100 10 सितंबर : 48100 11 सितंबर : 48550 12 सितंबर : 48000 13 सितंबर : 47700 14 सितंबर 46500 (भाव रुपए प्रति किलो ग्राम में)