
जयपुर /
चुनावी साल में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने सवर्ण वोटों पर भी नजर गढ़ा दी है। यही कारण है कि सरकार ने गरीब सवर्ण अभ्यर्थियों के लिए भर्ती, परीक्षाओं में आवेदन शुल्क घटा दिया है। ढाई लाख सालाना आय वाले परिवारों के अभ्यर्थियों को अब एससी—एसटी अभ्यर्थियों के समान शुल्क कर दिया है।
कार्मिक विभाग की ओर से बुधवार को सर्कुलर जारी किया गया है। इसके तहत कहा गया है कि सरकार के सेवा नियमों के प्रावधानाओं के तहत आरपीएससी, राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड तथा संबंधित विभागों की भर्ती, परीक्षा एवं चयन में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क निर्धारित किया गया है। इनमें ढाई लाख रुपए सालाना आय वाले परिवारों के अभ्यर्थियों से एसएसी—एसटी के समान आवेदन शुल्क लिया जाएगा।
अजा—जजा के बाद गरीब सवर्णों की बारी...
राज्य सरकार ने हाल ही एससी—एसटी के अभ्यर्थियों के लिए भर्ती में पांच प्रतिशत अंकों की छूट जारी की थी। इससे सवर्णों में गुपचुप में आक्रोश पनप रहा था। इसे ध्यान में रखकर ही सरकार ने गरीब सवर्णों को राहत देने का मानस बनाया। इसके तहत ही ढाई लाख सालाना आय वाले परिवारों के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क में छूट दी गई।
निकल रही है बम्पर भर्तियां ..
प्रदेश में सरकार ने चुनावी साल में बम्पर भर्तियों निकाल रखी है। भर्तियों का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। इधर भर्तियों में आवेदन भरने के दौरान शुल्क को देखकर गरीब सवर्णों के अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही थी। अब आवेदन शुल्क कम होने से उन्हें राहत मिलेगी।
गरीब सवर्णों को आरक्षण का मुद्दा..
आपको बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को आरक्षण देने का मामला भी विधानसभा से लेकर सरकार में कई स्तरों पर उठ चुका है। हालांकि हर बार मुद्दे को दबा दिया जाता है। इससे भी सवर्ण समाज भाजपा से नाराज चल रहा था। सवर्णों की नाराजगी चुनाव में कहीं भारी नहीं पड़ जाए, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार का यह कदम माना जा रहा है।
Published on:
02 May 2018 09:49 pm
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