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दो जोन में और मिलेंगी सहूलियत, हेल्पर भी मिलेंगे

ग्रेटर निगम के दो और जोन में कचरा संग्रहण की व्यवस्था में बदलाव देखने को मिलेगा। निगम के मानसरोवर और जगतपुरा जोन में घर-घर कचरा संग्रहण का काम निजी हाथों में देने की तैयारी निगम ने कर ली है।

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जयपुर. ग्रेटर निगम के दो और जोन में कचरा संग्रहण की व्यवस्था में बदलाव देखने को मिलेगा। निगम के मानसरोवर और जगतपुरा जोन में घर-घर कचरा संग्रहण का काम निजी हाथों में देने की तैयारी निगम ने कर ली है। ऐसा माना जा रहा है कि यहां अगले महीने से हूपर के साथ हेल्पर आना शुरू हो जाएंगे। निगम अधिकारियों और कचरा उठाने वाली कम्पनी के बीच रेट को लेकर सहमति बन गई है। शुक्रवार को ग्रेटर निगम मुख्यालय में बैठक में आयुक्त महेंद्र सोनी ने कहा कि इन दोनों जोन में कार्य जल्द शुरू कराया जाए। साथ ही शेष रहे विद्याधर नगर, झोटवाड़ा और सांगानेर जोन में गैराज शाखा हूपर पर हेल्पर की व्यवस्था करे। इन जोन के लिए गैराज शाखा अलग से हेल्पर के लिए टेंडर निकालेगी। तब तक इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना (शहरी मनरेगा) में काम के लिए आने वाले मजदूरों से काम करवाया जाए।


हैरिटेज निगम: दो दिन में मांगी रिपोर्ट
हैरिटेज नगर निगम स्वास्थ्य शाखा के उपायुक्त ने सफाई व्यवस्था में लगे 40 अधिकारियों से हूपर पर हेल्पर की रिपोर्ट मांगी है। दो दिन में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। काम में गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त आशीष कुमार ने बताया कि कम्पनी को भी सख्त निर्देश दिए हैं कि हेल्पर से मूल काम ही करवाया जाए।

सिविल लाइन्स जोन में बुरा हाल

कहने को तो सिविल लाइन्स जोन वीवीआइपी क्षेत्र है। लेकिन, यहां भी हालात उलट हैं। स्थिति यह है कि यहां हूपर पर हेल्पर तो है, लेकिन वह घरों से कचरा उठाकर हूपर में नहीं डालता। लोगों का कहना है कि हेल्पर हूपर पर खड़े रहते हैं और कचरे में से सामान बीनते रहते हैं।

हेल्पर नहीं आ रहे

पिछले ग्यारह माह से हूपर पर हेल्पर नहीं आ रहा है। तीन दिन बाद हूपर आता है। कचरा मजबूरी में सड़क पर ही फेंकना पड़ता है।

-अनिल दुबे, इन्दिरा गांधी नगर

हेल्पर तो दूर की बात है, हमारे यहां तो हूपर ही नहीं आता। हूपर गली में अंदर नहीं आता। कई बार ड्राइवर से कहा, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

-राजेश चौधरी, सूर्य नगर