
जयपुर। प्रदेश में 40 और इसके पार उम्र के आईएएस व आईपीएस अफसरों के लिए केन्द्रीय कार्मिक व प्रशिक्षण मंत्रालय ने सालाना स्वास्थ्य परीक्षण करना अनिवार्य कर दिया है। अफसरों को एक अप्रेल से पहले अपनी सेहत की स्थिति केन्द्रीय कार्मिक व प्रशिक्षण मंत्रालय को बतानी होगी। अफसरों के स्वास्थ्य प्रशिक्षण के लिए कार्मिक विभाग ने सरकारी और निजी क्षेत्र के 40 से ज्यादा अस्पतालों को अधिकृत किया है। कार्मिक विभाग का कहना है कि 40 की उम्र के बाद सालाना स्वास्थ्य प्रशिक्षण कराने के केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय ने 2007 में निर्देश जारी किए थे। केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय का मानना है कि अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों पर लगातार काम का दवाब बढ़ रहा है और उनमें तनाव व्याप्त हो रहा है।। लिहाजा हर साल स्वास्थ्य प्रशिक्षण जरूरी है। कार्मिक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय के निर्देर्शों के अनुरूप भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा के अफसरों का सालाना स्वास्थ्य प्रशिक्षण जरूरी है। इससे स्वास्थ्य प्रशिक्षण में यह पता चल सके कि अधिकारी काम के दवाब में डायबिटीज, हाइपरटेंशन व अन्य किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त तो नहीं हैं।
30 से 35 तरीके की होंगी जांच
कार्मिक विभाग के अनुसार अधिकारियों को सालाना स्वास्थ्य परीक्षा के तहत किडनी, लिवर, ब्लड शुगर, सोनोग्राफी समेत, टीएमटी, टूडी इको, यूरिन एक्जामिनेशन समेत 30 से 35 जांच करानी होंगी।
40 से ज्यादा निजी अस्पताल भी अधिकृत
कार्मिक विभाग ने जयपुर में तैनात आईएएस और आईपीएस अफसरों के लिए जयपुर में एसएमएस मेडिकल कॉलेज व अन्य जिलों में तैनात आईएएस अफसरों के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अधिकृत किया है। वहीं जयपुर और अन्य जिलों में 40 से ज्यादा निजी अधिकृत अस्पतालों में भी आईएएस और आईपीएस अपना स्वास्थ्य प्रशिक्षण करा सकते हैं। निजी अस्पतालों में अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों के लिए 2 हजार रुपए और अखिल भारतीय सेवाओं की महिला अधिकारियों के लिए 2200 रुपए निर्धारित किए हैं।
Published on:
24 Feb 2018 06:55 pm
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