नगालैंड से 800 किमी दूर चीन में फाइलोवाइरस प्रजाति में एंटीबोडीज का मौजूदगी पाई गई है, चमगादड़ की वही प्रजाति नगालैंड में भी है। चमगादड़ शिकारी या पालन करने वाले उसके लार, रक्त और बीट से संपर्क में आते हैं। ऐसे में इनमें इबोला जैसे वायरस का संक्र मण होने का खतरा बना रहता है।अध्ययन में संभावित क्षेत्रों में बीमारी का संक्रमण रोकने के लिए चमगादड़ों पर समुदाय-आधारित बेहतरीन निगरानी रखने की जरूरत का सुझाव दिया गया है। शोध के निष्कर्ष में लिखा हैं कि पूर्वोत्तर और म्यांमार में चमगादड़ों में मौजूद फाइलोवाइरस पथोजेनिक या लक्षणीय प्रकार का हैं।
लोग खाने में करते है इस्तेमाल
नगालैंड में जनजातीय लोग भोजन और दवाइयां बनाने के लिए पीढिय़ों से चमगादड़ों का शिकार और फार्मिंग करते आ रहे हैं। मिमी गांव के 85 लोगों के नमूनों में से 5 में ऐसे एंटीबोडीज मिले हैं, जो फाइलोवाइरस के खिलाफ प्रतिरोधक प्रतिक्रि या क रते मिले।