
राजस्थान के ऊपर बने डीप डिप्रेशन के चलते सोमवार को अजमेर, पाली, राजसमंद, जालौर, सिरोही, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर सहित कई जिलों में अतिभारी बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश पाली में 10 इंच दर्ज की गई। वहीं, हिण्डोली में 8.5 और बूंदी में 7.5 इंच बारिश हुई। भारी बारिश के चलते शहर जलमग्न हो गए।
इस दौरान बाढ के से हालात बन गए। पानी का बहाव इतना तेज था कि उसमं वाहन तक बहने लग गए। इसके अलावा शहरों में मकान बढ गए। कई मवेशी मर गए। ट्रेनें रुक गई और शहरों में मार्ग अवरूद्ध हो गए। हालात ऐसे बन गए कि िस्थति संभालने में जिला प्रशासन के भी हाथ-पैर फूल गए। सिस्टम की नाकामी का दंश लोगों को झेलना पड़ा। इधर प्रदेश में बारिश से हुए हादसों में नौ जनों की मौत हो गई।
अजमेर समीपवर्ती केकड़ी व ब्यावर जिले में बीते दो दिन से हो रहे झमाझम बारिश ने जमकर कोहराम मचाया। इस दौरान कई जगह मकान धराशायी हो ऐतिहासिक किलों के बुर्ज गिरने के भी समाचार मिले हैं।
भिनाय में दो दिन में 124 एमएम बरसात दर्ज की गई। समीपर्ती ग्राम एकलसिंगा में एक महिला की मृत्यु हो गई, वहीं क्षेत्र में कच्चे व जीर्ण-शीर्ण मकान ढह गए। केकड़ी के समीपवर्ती ग्राम मंडा में कच्चे मकान की दीवार भरभरा कर ढह गई। मलबे में दबकर वहां बंधी 25 बकरियों की मौत हो गई। सरवाड़ के समीपवर्ती ग्राम श्रीरामपुरा में बारिश से ढ़हे मकान के मलबे में दबने से युवती की मौत हो गई। ग्राम देवगांव में बरसात के दौरान किले का एक बुर्ज गिर जाने से एक भैंस एवं दो बछड़ों की मलबे में दबने से मौत हो गई।
बूंदी शहर में रविवार रात हुई मूसलाधार बारिश से बाजारों में जलजला आ गया। बाजारों में आया पानी का तेज बहाव अपने साथ दर्जनों कारें और दुपहिया वाहन बहा ले गया। निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हो गए। कई कॉलोनियों में घरों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया।सबसे ज्यादा हिण्डोली में साढ़े आठ इंच और बूंदी में साढ़े सात इंच बरसात हुई। लगातार बारिश से नदी-नाले उफन गए। जिले में करीब दो दर्जन मार्ग अवरुद्ध हो गए। कई कच्चे मकान ढह गए। सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे में जिले में 799 एमएम बारिश दर्ज की गई।
पाली जिले की सोजत व पाली तहसील में इतना पानी बरसाया कि हर क्षेत्र जलमग्न हो गया। सुबह आठ बजे तक 83 एमएम तो उसके बाद दो बजे तक 240 एमएम (करीब दस इंच बरसात) पानी बरसा दिया। बरसात में परशुराम महादेव हंजावाव रपट से एक युवक बह गया। उसका शव तीन किमी दूर झाडि़यों में फंसा मिला। चेन्नई जोधपुर एक्सप्रेस बोमादड़ा व जोधपुर-साबरमती वंदेभारत ट्रेन को केरला स्टेशन पर रोकना पड़ा। जिले के लालपुर के पास में डीएफसी रेलवे ट्रेक पर बरसात के कारण चट्टाने गिर गई। इससे एक मालगाड़ी के इंजन व डिब्बों के पहिए ट्रेक से उतर गए।
मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार मध्य प्रदेश के ऊपर बना डीप डिप्रेशन सोमवार को पूर्वी राजस्थान में पहुंच गया। इसके असर से मजबूत हुए मानसून के कारण अत्यधिक भारी बारिश शुरू हुई।
अब कमजोर होकर डिप्रेशन में परिवर्तित हो गया है। इसके कारण आगामी 24 घंटों में और धीरे-धीरे पश्चिमी राजस्थान की तरफ आगे बढ़ने और कमजोर होकर वेल मार्क लो प्रेशर में परिवर्तित होने की संभावना है। मौसम केन्द्र ने 24 घंटों में अजमेर, जोधपुर और बीकानेर सहित कुछ पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम केन्द्र के अनुसार आठ और नौ अगस्त को नया सिस्टम विकसित हो रहा है। यह पूर्वी राजस्थान में सक्रिय होगा। इससे भरतपुर, जयपुर और शेखावाटी के जिले में नौ अगस्त से आगामी पांच दिन मानसून सक्रिय रहेगा।।
-- जोधपुर में एक हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री की दीवार झुग्गी झोपडि़यों पर गिरने से उसके नीचे दबकर 3 मजदूर मर गए, जबकि 13 घायल हो गए।
-- झालामंड क्षेत्र मेें हरिओम नगर में एक फैक्ट्री श्रमिक की बिजली गिरने के सदमे से जान चली गई।
-- चित्तौड़गढ़-कोटा राजमार्ग पर मेनाल झरने झरने में बहा युवक,
-- केकड़ी मलबे में दबने से युवती महिला व मवेशियों की मौत
-- अजमेर जालिया में एक युवक युवक
-- पाली बरसात में परशुराम महादेव हंजावाव रपट से एक युवक बह गया।
-- शाहपुरा जिले के जहाजपुर में चौबीस घंटे में 10 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। यहां 258 मिमी बरसात दर्ज की गई। शाहपुरा में 109, मांडलगढ़ में 106 बारिश हुई। चित्तौड़गढ़-कोटा राजमार्ग पर मेनाल झरने झरने में भीलवाड़ा निवासी खाना बैरवा बह गया ।
-- बाड़मेर के बालोतरा के समदड़ी में सोमवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक 190 एमएम बारिश दर्ज की गई। बाजार में दुकानों में पानी घुस गया। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वार्ड तक पानी पहुंच गया।
--टोंक. जिलेभर में भारी बारिश के चलते कई गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने मालपुरा क्षेत्र के संभावित जलभराव वाले दस गांवों को चिन्हित किया है। वहीं एक गांव को खाली कराया गया है। इधर, उनियारा के खेलनिया में 21 जनाें तथा मालपुरा के सहोदरा में एक परिवार को जलभराव वाले इलाके से बाहर निकाला गया। जिले के नगरफोर्ट में 325 एमएम बरसात दर्ज की गई।
-- अजमेर, केकड़ी और ब्यावर जिले के कई इलाकों में ताबड़तोड़ बरसीं। कई एनिकट, तालाब-बांधों की चादर चल पड़ी। ब्यावर जिले के जालिया इलाके में पानी के तेज बहाव में युवक बह गया। केकड़ी जिले के मंडा गांव में मकान गिरने से मवेशियों की मौत हो गई। अजमेर में आनासागर का जलस्तर 14.8 फीट से ज्यादा पहुंच गया।
--बिलाड़ा के झुरली के पास बने दो अंडर ब्रिज जमीन में धंस जाने तथा ट्रैक के ऊपर ढाई से तीन फीट पानी के बहते देख बिलाड़ा- मुनाबाव ट्रेन रोक दी गई। तहसील कार्यालय में देर रात से शुरू हुई बारिश को यहां तहसील कार्यालय में 139 मिलीमीटर मापी गई।
Published on:
06 Aug 2024 07:30 am
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