बुधवार के दिन होलिका दहन करना सभी लोगों के लिए श्रेष्ठ फलदायी रहेगा। सिंह राशि का स्वामी सूर्य बुध का मित्र ग्रह होने से आपसी समता व प्रेम बढ़ेगा। दूसरे दिन गुरुवार को रंगों का पर्व धुलंडी मनाई जाएगी। 21 मार्च को स्नान और दान की पूर्णिमा भी है। भद्रा के बाद पूर्णिमा व्रत है। इसके अलावा चैत्र कृष्ण प्रारम्भ भी 21 मार्च से ही शुरू हो रहा है।
22 मार्च (शुक्रवार) : राष्ट्रीय चैत्र मास प्रारम्भ। शक संवत् 1941 प्रारम्भ। संत तुकाराम जयंती 23 मार्च (शनिवार) : भद्रा प्रात: 11.39 से रात 10.32 तक 24 मार्च (रविवार) : संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत
ये रहेगा होलिका दहन का शुभ मुहूर्त (Holika Dahan Muhurat 2019)
धर्मसिंधु के अनुसार भद्रा काल में होलिका दहन करने से उस क्षेत्र में अशुभ घटनाएं हो सकती हैं। नारद पुराण के अनुसार होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा का भद्रा रहित प्रदोष काल में करना चाहिए। इस बार सुबह 10:48 से रात 9 बजे तक भद्रा रहेगी। इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त (Holika Dahan Muhurat 2019) भद्रा के पश्चात रात 9 बजे से मध्यरात्रि 12:15 बजे (Holika Dahan Time 2019) तक रहेगा।
धर्मसिंधु के अनुसार भद्रा काल में होलिका दहन करने से उस क्षेत्र में अशुभ घटनाएं हो सकती हैं। नारद पुराण के अनुसार होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा का भद्रा रहित प्रदोष काल में करना चाहिए। इस बार सुबह 10:48 से रात 9 बजे तक भद्रा रहेगी। इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त (Holika Dahan Muhurat 2019) भद्रा के पश्चात रात 9 बजे से मध्यरात्रि 12:15 बजे (Holika Dahan Time 2019) तक रहेगा।
रंगों के पर्व होली पर शहर भी रंगों से सज चुका है। शहर में जगह-जगह गुलाल व पिचकारियों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। दुकानदारों ने बताया कि इस बार कई पिचकारियां अलग-अलग डिजायन में आई हैं। जिन्हें बच्चे चाव से खरीद रहे हैं।