टॉक टू टाइप फीचर बेहद शानदार है। यानी कोई भी यूजर अपने विचार अब बिना टाइप किए आसानी से पोस्ट कर सकता है। माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू एप में न्यू मैसेज पर क्लिक करने के बाद टेक्स्ट बॉक्स के नीचे एक बोलते हुआ इंसान जैसा बटन बना होता है, जिसे क्लिक करने पर यूजर अपनी बात को मोबाइल पर ज़ोर से बोल सकते हैं। यह सब कुछ एक बटन के क्लिक पर और बिना कीबोर्ड का इस्तेमाल किए हो जाता है। यह सुविधा उन सभी दस भारतीय भाषाओं में मौजूद हैं। यह फीचर मूल भारतीय भाषा में लोगों के साथ विचार साझा करने का सबसे आसान तरीका माना जाता है।
दरअसल, कू भारतीयों को अपनी मूल भाषाओं में अभिव्यक्ति और चर्चा का अधिकार देता है, लेकिन किसी भी भाषा में कही गई अच्छी बात और अलग-अलग भाषाई समुदायों के लिए काम की बात को उन तक पहुंचाना भी बहुत जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एमएलके फीचर पेश किया था। अपनी तरह के इस पहले फीचर को चुने जाने पर कू हिंदी, मराठी, कन्नड़, तमिल, असमिया, बंगाली, तेलुगु, पंजाबी, गुजराती और अंग्रेजी में से किसी भी एक भाषा में किए गए मैसेज का इन बाकी नौ भाषाओं में तुरंत अनुवाद कर देता है। इस फीचर की एक अद्भुत खासियत यह कि है मूल टेक्स्ट यानी संदेश से जुड़ा संदर्भ और भाव अन्य भाषाओं में भी वैसे ही बना रहता है और रीयल टाइम में कई भाषाओं में ट्रांसलेशन होने के साथ मैसेज चला जाता है।
लाइव वीडियो फीचर यूजर्स को कहीं भी और कभी भी लाइव वीडियो फीचर के जरिये सीधे अपने फॉलोअर्स से जुडऩे का बेहतरीन मौका देता है। यह शानदार फीचर यूजर्स को अपने दर्शकों तक रूबरू कराने के साथ ही उनसे चर्चा का भी मौका देता है, ताकि आपसी कनेक्टिविटी बढ़ी रहे और एंगेजमेंट भी बढ़ता रहे। लाइव वीडियो फीड के जरिये यूजर्स एक साथ अपने सभी दर्शकों से अपने दिल की बात कह सकते हैं।
एप का एक्सक्लूसिव कू फीचर यूजर्स को अपनी पोस्ट को विशेष रूप से दिखाने का मौका देता है। हालांकि, इस फीचर का इस्तेमाल करते वक्त यूजर्स को इस बात को पुख्ता करना होता है कि उनकी पोस्ट में दी गई जानकारी, फोटो, वीडियो यानी कंटेंट यूनीक हो और इससे पहले किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर ना किया गया हो। इस एक्सक्लूसिव कू के जरिये यूजर्स यह जाहिर कर सकते हैं कि वह जो भी कंटेंट पोस्ट कर रहे हैं, वो ओरिजनल होने के साथ ही किसी भी सोशल मीडिया पर पहली बार पोस्ट किया गया है। इससे यूजर्स के कंटेंट को देखने और पसंद करने वालों की संख्या बढ़ती है, जो उनके फॉलोअर्स को बढ़ाने के भी काम आती है, क्योंकि सोशल मीडिया पर दर्शक अच्छा ओरिजनल और यूनीक कंटेंट काफी पसंद करते हैं।
अगर यूजर ना चाहे, तो वह किसी अंजान या अन्य फॉलोअर की चैटिंग रिक्वेस्ट को स्वीकार ना करे, और फिर चैटिंग संभव नहीं होगी। इसका फायदा तब होता है जब किसी व्यक्ति को किसी व्यक्ति, पेज, कंपनी, हस्ती या अन्य से कोई निजी बात करनी होती है।
देश के इस अनोखे सोशल मीडिया एप की एक अन्य खासियत में इसका डायरेक्ट ट्रेंडिंग मैसेज भी शामिल है। यह फीचर कू पर चल रहे किसी भी हैशटैग ट्रेंड में शामिल होकर इससे संबंधित संदेश भेजने में सक्षम बनाता है। इसके लिए यूजर्स को एप में जाकर टॉप ट्रेंड बटन पर क्लिक करना होता है।
कू का टॉपिक सेक्शन अब तक आए सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉम्र्स से बिल्कुल अलग है। अगर कहें कि इसका टॉपिक सेक्शन टॉप है, तो कुछ भी गलत नहीं होगा। कू एप के होम पेज पर टॉप मिडिल में कू बर्ड के नीचे ही टॉपिक सेक्शन नजर आता है। इसे क्लिक करके पर यूजर्स को सबसे पहले तो टॉप टॉपिक्स नजर आ जाते हैं, जिनके आगे सीधे इन टॉपिक्स को फॉलो करने का विकल्प होता है। दिन के सारे ऐसे टॉपिक्स इसमें दिए होते हैं, जिनपर यूजर्स चर्चा कर रहे होते हैं। इसे नीचे स्क्रॉल करने पर व्यू मोर यानी और देखें का भी ऑप्शन आता है।
इस देसी एप में यूजर्स को एक चैट रूम का भी ऑप्शन दिया गया है। चैट रूम का ऑप्शन चुने जाने के बाद यूजर्स के सामने हॉट टॉपिक्स आ जाते हैं, जिन पर क्लिक करके यूजर्स उस विशेष टॉपिक से जुड़े विषय पर चर्चा कर रहे अन्य यूजर्स के साथ सीधे चर्चा में जुड़ जाता है। इसका फायदा यह होता है कि यूजर को मनपसंद विषय पर उससे संबंधित फोरम में जुटे अन्य लोगों के बीच अपनी बात कहने का मौका मिल जाता है।