
दलित बच्चे की मौत के मामले में जालौर पहुंची मानवाधिकार आयोग की टीम के साथ हुआ कुछ ऐसा...
जयपुर। दलित बच्चे की मौत के मामले में मानवाधिकार आयोग के चेयरमेन जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास और रजिस्ट्रार शैलेंद्र व्यास मंगलवार को जालौर के सुराणा गांव जा रहे थे। इसी दौरान सुराणा गांव से करीब 27 किलोमीटर पहले सायला के नजदीक उनकी गाड़ी आगे चल रही एस्कॉर्ट कार से भिड़ गई। हालांकि गनीमत रही कि हादसे में जस्टिस व्यास के साथ ही रजिस्ट्रार शैलेंद्र व्यास और उनका ड्राइवर सुरक्षित हैं। हादसे में कार का आगे का हिस्सा काफी क्षतिग्रस्त हुआ है। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद जस्टिस व्यास व उनके साथ गाड़ी में मौजूद अन्य अधिकारियों को दूसरी कार से सुराणा भेजा गया।
गौरतलब है कि जालौर के सुराणा गांव में दलित बच्चे की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। राजधानी समेत कई जगहों पर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में प्रसंज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने जालौर के कलक्टर और एसपी को मामले की तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
यह है मामला
बता दें कि जालौर जिले के सुराणा गांव स्थित एक निजी विद्यालय के अध्यापक के खिलाफ वहां अध्ययनरत दलित छात्र के परिजनों ने हत्या का प्रकरण दर्ज करवाया है। मामले में मृतक के चाचा किशोर कुमार निवासी सुराणा ने रिपोर्ट देते हुए कहा कि उसके भाई देवाराम का पुत्र इंद्र कुमार निजी विद्यालय में पढ़ता था। पिछले माह 20 जुलाई को इंद्र कुमार स्कूल गया। सुबह करीब साढ़े 10 बजे के आस—पास प्यास लगने पर स्कूल में मटके पर पानी पीने गया। उसने अध्यापक के मटके से पानी पी लिया। आरोप है कि इस पर अध्यापक ने उससे मारपीट की। जिससे उसके अंदरुनी चोट लगी। दर्द होने पर इंद्र कुमार स्कूल के सामने स्थित अपने पिता देवाराम की दुकान पर गया और घटना की जानकारी दी। इसके बाद देवाराम अपने पुत्र को उपचार के लिए अनेक अस्पताल ले गया और अहमदाबाद में उपचार लेकर गया। 13 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
Published on:
16 Aug 2022 04:59 pm
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