अपार्टमेंट में द्वितीय फ्लोर पर रहने वाले अमित सिंह ने बताया कि उनके मामा सुरेश सिंह इटावा से इलाज करवाने आए हैं। उनकी पसलियों में फ्रैक्चर है। आग लगने के बाद परिवार ने पड़ोसियों के शरण ली। आशा सैनी का कहना है कि परिवार सहित रिश्तेदार के यहां बास बदनपुरा शिफ्ट हो गए हैं। आग से पूरी दीवारों में दरार आ गई है। एसी, खिड़की-दरवाजे सब कुछ जल गया। दिन भर लोग अपने जले सामान को निहारते हुए नजर आए। फ्लैट में जाने से भी डर लग रहा है। वहीं प्रथम तल पर रहने वाले महेन्द्र सिंह का कहना है कि पड़ोसियों के रूके हुए हैं। बच्चों की किताबें आग में जल चुकी हैं। बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में परेशानी और ज्यादा हो गई।