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4 बच्चों की मां को 11 साल छोटे युवक से हुआ प्यार, साथ रहने के लिए पति और चार बच्चों को काट दिया

पति बनवारी लाल को नहीं पता था कि आज की रात उसकी आखिरी रात है। फिर रात एक बजे तक तय प्लान के अनुसार संध्या छत पर चली गई और वहां से उसने दूर बैठे प्रेमी को सूचना दी। किसी ने फोन पर बात नहीं की ताकि किसी को भी सुराग नहीं मिले। हुआ भी यही।

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जयपुर । आज राजस्थान के लिए बड़ा दिन है। चार बच्चों और पति को अपने प्रेमी के साथ मिलकर मौत की नींद सुलाने वाली इस महिला कोच संतोष उर्फ संध्या के मामले में आज कोर्ट सजा सुनाने की तैयारी में है। अलवर कोर्ट में केस चल रहा है और संतोष के साथ ही उसका प्रेमी और प्रेमी के दो साथी भी इस हत्याकांड में बराबर के दोषी हैं। सभी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके है। अलवर में कोर्ट ने कल चारों को दोषी मान लिया था और आज चारों की सजा पर फैसला सुनाया जाना है। सरकारी वकील ने चारों के लिए मौत की सजा मुकर्रर करने का निवेदन कोर्ट से किया है। 2 अक्टूबर 2017 की

छत पर इंतजार कर रही थी प्रेमी का...
दरअसल शिवाजी पार्क में रहने वाली संध्या शर्मा अपने पति बनवारी लाल के साथ खुश थी। ताइक्वांडो की प्लेयर और कोच संध्या के तीन बेटे मोहित, हैप्पी और अज्जू थे। पंद्रह, बारह और दस साल के बेटों के साथ ही दस साल का भतीजा निक्की भी उनके ही घर में रहता था। संध्या का कुछ समय से अपने से 11 साल छोटे हनुमान जाट उर्फ जैकी संे संपर्क था। ये संपर्क कब प्रेम मे बदल गया पता नहीं चला। प्रेम अवैध संबधों में बदल गया। फिर साथ रहने की कसमें खाई जाने लगी। लेकिन इसके लिए पति और बच्चे बीच में आ रहे थे।

संध्या ने अपने प्रेमी जैकी के साथ मिलकर साजिश रची। उसने पांचों को निपटाने का प्लान तैयार किया। प्लान के अनुसार 2 अक्टूबर को संध्या ने रात के खाने में नींद की दवाईयां डाली। ये खाना परिवार ने खाया संध्या ने खुद नहीं खाया। उसके बाद परिवार सो गया। पति बनवारी लाल को नहीं पता था कि आज की रात उसकी आखिरी रात है। फिर रात एक बजे तक तय प्लान के अनुसार संध्या छत पर चली गई और वहां से उसने दूर बैठे प्रेमी को सूचना दी। किसी ने फोन पर बात नहीं की ताकि किसी को भी सुराग नहीं मिले। हुआ भी यही।

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जैकी अपने साथी दीपक और एक अन्य युवक के साथ देर रात एक बजे घर आया। संध्या ने दरवाजा खोल दिया था। उसके बाद तीनों अंदर आए। वहां पर वे अपने साथ पत्थर काटने का कटर और अन्य सामान लाए थे। संध्या ने उन तीनों का साथ दिया और फिर एक एक कर पहले पति और फिर चारों बच्चों का गला काट दिया गया। खून का नाला बह निकला घर से। लेकिन इसकी जानकारी अगले ही दिन पुलिस को लग गई और पुलिस ने एक एक कर सभी को दबोच लिया।

इस मामले में अब तक 70 से ज्यादा गवाहों के गवाह हुए। संध्या ने और उसके प्रेमी ने अपनी ओर से दलीलें दीं। कोर्ट ने सभी को दोषी मान लिया और आज उनकी सजा पर फैसला होना है। उनके लिए फांसी की सजा की मांग की गई है सरकारी वकील की ओर से। सबसे बड़ी बात ये है कि उस समय संध्या की उम्र 36 साल थी, उसके प्रेमी जैकी की उम्र 25 साल और जैकी के साथ आए उसके दो दोस्तों की उम्र बीस बीस साल थी। इस हत्याकांड ने पूरे जिले को दहला दिया था।