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बारिश से डर नहीं लगता…गड्ढों से डर लगता है साहब… अपना पता पूछ रही हैं सड़कें, इन गड्ढों में सड़क मिले तो बताना

राजधानी जयपुर की सड़कें जवाब दे गईं हैं। ​सड़कों पर निकलना मु​श्किल हो गया है। अनगिनत गड्ढे होने से हमेशा हादसे का डर बना रहता है।

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जयपुर। पहले बारिश हुई शहर की सड़कों पर बेहताशा गड्ढे हो गए और अब दो दिन से हो रही रिमझिम से गड्ढों में पानी भर गया है। ऐसे में वाहन चालकों को यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि कहां गड्ढा है और कहां सड़क बची हुई है। कई लोगों ने क्षतिग्रस्त सड़कों की वजह से अपना रोज का रास्ता ही बदल लिया है। स्थिति यह है कि बच्चे घर से स्कूल देरी से पहुंच रहे हैं तो कामकाजी लोगों को दफ्तरों में देरी से हाजिरी लगानी पड़ रही है। क्षतिगस्त सड़कों की वजह से आए दिन जाम भी लगने लगा है।यह हाल तब है जब राजधानी में सालाना 400 करोड़ रुपए तो सिर्फ सड़कों को बनाने में खर्च किए जाते हैं, वहीं हर साल जेडीए और नगर निगम मिलकर 70 से 80 करोड़ रुपए इनकी मेंटिनेंस पर खर्च कर देते हैं। शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां मानसून आने से कुछ माह पहले ही सड़क निर्माण के काम हुए, वहां भी अनगिनत गड्ढे हो गए हैं। मानसून के बाद इन सड़कों पर कालिख पोतने का काम शुरू होगा।सभी का एक जैसा कामजेडीए, नगर निगम और एनएचएआइ अपने-अपने क्षेत्राधिकार में सड़कें बना रहे हैं लेकिन एक भी महकमा ऐसा नहीं है कि जिसकी सड़क पर लोग निकलें तो आराम महसूस करें।

ये महज कुछ उदाहरण हैं
-आगरा रोड, दिल्ली रोड की कॉलोनियों में तो जलभराव ऐसा है कि सड़कें नजर ही नहीं आतीं।-200 फीट बायपास की सर्विस रोड का निर्माण हुए अभी छह माह भी नहीं हुए हैं, लेकिन अनगिनत गड्ढे बदहाली की कहानी बताने के लिए काफी हैं। कई गाड़ियों के बम्पर तक सड़क से टकरा चुके हैं।|
-200 फीट बायपास से धावास रोड, करणी पैलेस रोड और पांच्यावाला रोड का भी बुरा हाल है। इनसे जुड़ीं करीब 200 कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को अच्छी सड़क तक नहीं मिल पा रही है।
-अजमेर रोड पर भी सड़क को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि काम में किस तरह से लापरवाही बरती गई है।
-गंगपोल इलाके में भी सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। साथ ही रामनिवास बाग में भी सड़क पर चलना मुश्किल भरा हो गया।
-सबसे व्यस्त मार्गों में से एक गोविंद मार्ग और आगरा रोड को जोड़ने वाले सत्य सांई कॉलेज मार्ग का भी बुरा हाल है।
-जगतपुरा फाटक के आस-आस की कॉलोनियों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। प्रह्लादपुरा अंडरपास से बाहर निकलते ही करीब 300 मीटर तक सड़क खराब है।
-टोंक रोड से वाटिका जाने वाली सड़क का बुरा हाल है। कई जगह गड्ढे हो गए हैं। कुंभा मार्ग से इंडिया गेट तक मुख्य टोंक रोड पर भी कई जगह गड्ढे हो रहे हैं।
-आवासन मंडल का बनाया गंगा मार्ग भी क्षतिग्रस्त होना शुरू हो गया है।
-जगतपुरा फाटक से सीबीआइ फाटक को जोड़ने वाली सड़क दोनों ओर ही धंस गई है।

ये जिम्मेदार
-देवेंद्र गुप्ता और अजय गर्ग, निदेशक अभियांत्रिकी शाखा, जेडीए
-जोन एक्सईएन, दोनों नगर निगम