
अगर जिद्दी नहीं होता तो किसी छोटी कंपनी में नौकरी कर रहा होता
बचपन के सपनों ने पीछे जिंदगी भर भागता रहा, स्कूल में पढ़ाई के दौरान सिर्फ सपने देखता रहा, इसलिए स्टडी में कुछ खास नहीं कर पाया। कभी इंजीनियर, सभी ड्राइवर, कभी रॉकस्टार बनने के सपने देखे। हम में शायद ही कोई ड्राइवर बनने के सपने देखता होगा, लेकिन मैंने ड्राइवर बनने का सपना भी देखा। ये कहना था बॉलीवुड एक्टर-सिंगर और लाइव परफॉर्मर स्टेबिन बिन का। मेट्रो मिक्स से खास बातचीत में स्टेबिन ने अपने बचपन से लेकर अब तक की जर्नी शेयर की। स्टेबिन का कहना था कि अगर मैं जिद्दी नहीं होता, तो शायद आज किसी छोटी सी कंपनी में नौकरी कर रहा होता। स्टेबिन को पिछले साल इंडिया नाइट लाइफ अवॉर्ड में बेस्ट बॉलीवुड आर्टिस्ट के खिताब से नवाजा गया।
पैरेंट्स के इमोशनल सपोर्ट ने दी हिम्मत
स्टेबिन ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, तो वहां से सपने पूरे होने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन परिवार से मिला इमोशनल सपोर्ट मेरे लिए बहुत बड़ी हिम्मत था। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि हर साफल आदमी के पीछे एक सपना देखने वाला बच्चा होता है, जिसने खूब सारी मेहनत की होती है। स्टेबिन ने बताया कि क्लास में एक बार टीचर के कहने पर मैंने गाना गाकर सुनाया और उसके बाद मैं स्कूल का कुमार शानू बन गया। मुझे हर मंच पर गाने के लिए कहा जाता था। लेकिन म्यूजिक सीखने के लिए पैरेंट्स के पास पैसे नहीं थे। मैंने यू-ट्यूब और दूसरे लोगों को गाते हुए देख काफी कुछ सीखा।
रेस्ट्रो-लॉन्ज में परफॉर्म कर पहुंच गया मुंबई
स्टेबिन ने बताया कि म्यूजिक के लिए खुद के दम पर खड़ा होना बहुत जरूरी है और इसलिए मैंने छोटे-मोटे रेस्ट्रो-लॉन्ज में परफॉर्म करना शुरू कर दिया। लेकिन मेरे पैरेंट्स को इससे शर्मिंदगी होती थी। लेकिन मैंने अपने सपने नहीं छोड़े और पैसे जोडक़र पहुंच गया सपनों की नगरी मुंबई। मैंने म्यूजिक रीमिक्स करना शुरू कर दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर मेरे म्यूजिक को लोग पसंद करने लगे और मुझे फेम मिलना शुरू हो गया।
Published on:
30 Apr 2019 08:48 pm
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