गुजरात से मुंबई लौटते समय जाने-माने बिजनेसमैन सायरस मिस्त्री की चार सितम्बर को कार दुर्घटना में मौत के बाद परिवहन विभाग की नींद खुली है। इसके बाद केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने गजट नोटिफिकेशन जारी करके सभी राज्यों को कार में पीछे की सीट बेल्ट लगाने की अनिवार्यता करने के निर्देश दिए। राजधानी जयपुर में पीछे की सीट बेल्ट लगाने को लेकर अभी भी जागरूकता की कमी है। कई लोगों को पता ही नही है कि पीछे वाली सीट बेल्ट भी लगानी होती है। पत्रिका संवाददाता ललित तिवारी ने इसका जायजा लिया तो चौकाने वाली बातें समाने आई। कार में पीछे बैठे अधिकतर लोगों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। जब ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रोककर पूछताछ की तो उनका कहना था कि हमें इस नियम के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हांलाकि अभी समझाइश अभियान शुरु नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि शहर में चल रहे बड़े आयोजन के बाद ट्रैफिक पुलिस इस पर काम करेगी।
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पहले समझाइश होगी इसके बाद होगी सख्ती
एडिशनल कमिश्नर कैलाश विश्नोई ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस पहले समझाइश के लिए अभियान चलाएगी। लोगों को सीट बेल्ट के बारे में बताया जाएगा और उन्हें सीट बेल्ट लगाने के फायदे की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस की टीम जगह जगह अभियान के तहत लोगों को सीट बेल्ट लगाने के लिए प्रेरित करेगी। सभी जगह समझाइश के बाद पुलिस इस पर सख्ती बरतेगी। समझाइश अभियान के बाद अगर कोई व्यक्ति बिना सीट बेल्ट लगाए दिखता है तो उसका चालान किया जाएगा। ट्रैफिक नियम के मुताबिक अगर कार में पीछे बैठने वाले व्यक्ति सीट बेल्ट नहीं लगाते है तो उन पर एक हजार रुपए का जुर्माना होगा। पहले सीट बेल्ट का जुर्माना 100 रुपए होता था, जो अब एक हजार रुपए तक पहुंच गया हैं।
फायदे बताए तो समझे लोग
ट्रैफिक पुलिस ने जब कार सवार लोगों को रोककर सीट बेल्ट लगाने के लिए कहा तो वह पास में खड़ी दूसरी कार की तरफ इशारा करने लगे कि उन्होंने भी सीट बेल्ट नहीं लगा रखी है। इस पर ट्रैफिक पुलिस ने जब उन्हें पीछे की सीट बेल्ट लगाने के फायदे बताए तो उन्होंने कहा कि वह आगे से हमेशा पीछे बैठते समय सीट बेल्ट लगाएंगे। सीट बेल्ट लगाने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
सीट बेल्ट नहीं लगाने से हुई थी मौत
बिजनेसमैन सायरस मिस्त्री और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले पीछे की सीट पर बैठे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। कार जब हाईवे पर एक दीवार से टकराई तो मिस्त्री और उनके साथ बैठे जहांगीर पंडोले की सीट से सिर टकराने से मौत हो गई थी।